हो तेरी स्तुति और आराधना करता हूँ मै तुझ से ये प्रार्थना महिमा से तेरी तू इस जगह को भर जो भी तू चाहे तू यहाँ पे कर हाले – हालेलुयाह – हालेलुयाह – हालेलुयाह हाले – हालेलुयाह – हालेलुयाह – हालेलुयाह करुणा से तेरी नया दिन दिखाता है ढाल बन कर मेरी मुझे बचाता है जब मैं पुकारूँ तू दौड़ आता है जब मैं गिरूँ मुझे तू उठाता है हाले – हालेलुयाह… सारे जहाँ में तुझ सा कोई नहीं तुझ को छोड़ कोई प्रभु है ही नहीं घुटने मै टेकूँ बस तेरे सामने तू है मेरा प्रभु तू मेरा पिता हाले – हालेलुयाह…
1.Ho teri stuti aur Aaradhana karta hun mein tujse ye prathana mahima se teri tu is jagah ko bhar jo bhi tu chahe tu yahan par kar