जीवन का सफर अक्सर सफलता के पलों को आशा के स्रोत के रूप में प्रस्तुत करता है, जो हमें याद दिलाते हैं कि जीत सिर्फ एक प्राप्ति ही नहीं, बल्कि सहनशीलता, विश्वास और दिव्य मार्गदर्शन का साक्षात्कार है। बाइबिल, जो समय के साथ चला आ रहा ज्ञान का स्रोत है, विभिन्न पहलुओं में हमारे जीवन की जीत के संदेशों के साथ समर्थन करती है।
यह “20 बाइबल वचन जो विजय की बात करते हैं” (20 Bible Verses About Victory) का संग्रह एक प्रेरणा और बल का स्रोत है, जो हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं में चमकते हैं। इस सारगर्भित अन्वेषण के माध्यम से, हम दिव्य रूप से विजय के मार्ग को प्रकाशित करने वाले ये वचनों से बुद्धिमानी और बढ़ते हुए राह पर चलेंगे।
चाहे आप प्रोत्साहन, मार्गदर्शन, या सिर्फ अपने आस्था के पुनरावृत्ति की तलाश में हों, ये श्लोक जीत के समय में हमें सान्त्वना और प्रेरणा प्रदान करने के रूप में उत्कृष्ट हैं।
हम साथ में इस उन्नति भरे लेख में शामिल हों, जहाँ हम इन 20 श्लोकों के माध्यम से बाइबल के पन्नों में छिपे दिव्य ज्ञान को खोजेंगे, जो जीत (Victory) के विभिन्न रूपों में विचार करते हैं।
तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे शत्रुओं से युद्ध करने और तुम्हें बचाने के लिये तुम्हारे संग चलता है।
उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है; हे यहोवा तेरी आशीष तेरे लोगों पर हो॥
उन से मत डर, क्योंकि मैं ने उन को तेरे हाथ में कर दिया है; उन में से एक भी तेरे साम्हने टिक न सकेगा।
परन्तु इन सब बातों में हम उसके द्वारा जिस ने हम से प्रेम किया है, जयवन्त से भी बढ़कर हैं।
जो मुझे सामर्थ देता है उस में मैं सब कुछ कर सकता हूं।
मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूं, इधर उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूं; मैं तुझे दृढ़ करूंगा और तेरी सहायता करूंगा, अपने धर्ममय दाहिने हाथ से मैं तुझे सम्हाले रहूंगा॥
क्योंकि परमेश्वर ने हमें भय की नहीं पर सामर्थ, और प्रेम, और संयम की आत्मा दी है।
क्योंकि जो कुछ परमेश्वर से उत्पन्न हुआ है, वह संसार पर जय प्राप्त करता है, और वह विजय जिस से संसार पर जय प्राप्त होती है हमारा विश्वास है।
और तुम पर पाप की प्रभुता न होगी, क्योंकि तुम व्यवस्था के आधीन नहीं वरन अनुग्रह के आधीन हो॥
सोअब जो मसीह यीशु में हैं, उन पर दण्ड की आज्ञा नहीं: क्योंकि वे शरीर के अनुसार नहीं वरन आत्मा के अनुसार चलते हैं। क्योंकि जीवन की आत्मा की व्यवस्था ने मसीह यीशु में मुझे पाप की, और मृत्यु की व्यवस्था से स्वतंत्र कर दिया।
और मुझे इस बात का भरोसा है, कि जिस ने तुम में अच्छा काम आरम्भ किया है, वही उसे यीशु मसीह के दिन तक पूरा करेगा।
और उस ने प्रधानताओं और अधिक्कारों को अपने ऊपर से उतार कर उन का खुल्लमखुल्ला तमाशा बनाया और क्रूस के कारण उन पर जय-जय-कार की ध्वनि सुनाई॥
प्रभु अपनी प्रतिज्ञा के विषय में देर नहीं करता, जैसी देर कितने लोग समझते हैं; पर तुम्हारे विषय में धीरज धरता है, और नहीं चाहता, कि कोई नाश हो; वरन यह कि सब को मन फिराव का अवसर मिले।
इसलिये हम बेधड़क होकर कहते हैं, कि प्रभु, मेरा सहायक है; मैं न डरूंगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है॥
क्योंकि जो कुछ परमेश्वर से उत्पन्न हुआ है, वह संसार पर जय प्राप्त करता है, और वह विजय जिस से संसार पर जय प्राप्त होती है हमारा विश्वास है।
और वे मेम्ने के लोहू के कारण, और अपनी गवाही के वचन के कारण, उस पर जयवन्त हुए, और उन्होंने अपने प्राणों को प्रिय न जाना, यहां तक कि मृत्यु भी सह ली।
जैसा तुम में से कितनों ने मान लिया है, कि हम तुम्हारे घमण्ड का कारण है; वैसे तुम भी प्रभु यीशु के दिन हमारे लिये घमण्ड का कारण ठहरोगे॥