परिचय (Introduction)
डर एक ऐसा भाव है जो मनुष्य को कमजोर बना देता है, चाहे वह भविष्य की चिंता हो, बीमारी, अकेलापन या किसी चुनौती का सामना करने का भय हो। लेकिन बाइबिल में बार-बार यह सिखाया गया है — “मत डर”, क्योंकि ईश्वर हमारे साथ है।
यहाँ प्रस्तुत हैं बाइबिल की 25 ऐसी आयतें जो डर को हराने, आत्मविश्वास बढ़ाने और ईश्वर में अडिग विश्वास रखने के लिए आपको प्रेरित करेंगी।
डर पर जीत दिलाने वाली 25 बाइबिल आयतें (Top 25 Bible Verses on Fear in Hindi)
1. यशायाह 41:10
“मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूँ; इधर-उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूँ; मैं तुझे दृढ़ करूंगा।”
2. 2 तीमुथियुस 1:7
“क्योंकि परमेश्वर ने हमें भय की नहीं, पर सामर्थ, प्रेम और संयम की आत्मा दी है।”
3. भजन संहिता 23:4
“यद्यपि मैं घोर अंधकार से भरी हुई तराई से होकर चलूँ, तौभी हानि से न डरूंगा, क्योंकि तू मेरे साथ है।”
4. भजन संहिता 27:1
“यहोवा मेरा प्रकाश और मेरा उद्धार है, मैं किस से डरूं?”
5. यशायाह 43:1
“मत डर, क्योंकि मैंने तुझे छुड़ाया है; मैं ने तुझे नाम लेकर बुलाया है, तू मेरा है।”
6. मत्ती 10:31
“इसलिये मत डर; तुम बहुत गौरैयों से अधिक मूल्यवान हो।”
7. भजन संहिता 56:3
“जब मैं डरूं, तब मैं तुझ पर भरोसा करता हूँ।”
8. नीतिवचन 29:25
“मनुष्यों का भय फंदा बनता है, परन्तु जो यहोवा पर भरोसा रखता है, वह सुरक्षित रहेगा।”
9. रोमियों 8:15
“तुम ने दासत्व की आत्मा नहीं पाई है कि फिर भयभीत हो, परन्तु पुत्रत्व की आत्मा पाई है।”
10. भजन संहिता 34:4
“मैंने यहोवा को खोजा और उसने मुझे उत्तर दिया और मेरे सब डर से मुझे छुड़ाया।”
11. व्यवस्थाविवरण 31:6
“हिम्मत रखो और दृढ़ बनो; उनसे मत डरो और न कांपो, क्योंकि तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे संग चलता है।”
12. यूहन्ना 14:27
“मैं तुम्हें शांति देता हूँ; जैसा संसार देता है, वैसा मैं तुम्हें नहीं देता। तुम्हारा मन व्याकुल न हो और न डर जाए।”
13. भजन संहिता 118:6
“यहोवा मेरी ओर है; मैं न डरूंगा। मनुष्य मेरा क्या कर सकता है?”
14. 1 यूहन्ना 4:18
“प्रेम में भय नहीं होता, वरन् सिद्ध प्रेम भय को निकाल देता है।”
15. जकऱ्याह 8:13
“मत डरो, तुम्हारे हाथ बलवन्त हों।”
16. मत्ती 6:34
“कल की चिंता मत करो, क्योंकि कल की चिंता कल ही करेगा।”
17. इब्रानियों 13:6
“यहोवा मेरा सहायक है, मैं न डरूंगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है?”
18. फिलिप्पियों 4:6-7
“किसी बात की चिंता मत करो, परन्तु हर बात में प्रार्थना और विनती के साथ धन्यवाद के साथ अपनी बातों को परमेश्वर के सामने रखो।”
19. भजन संहिता 91:5-6
“तू न रात्रि के भय से डरेगा, न उस तीर से जो दिन को उड़ता है…”
20. नीतिवचन 3:24-26
“जब तू लेटेगा तब तेरा भय न होगा; तू विश्राम करेगा और तेरा निद्रा मधुर होगी।”
21. यशायाह 12:2
“देखो, परमेश्वर मेरा उद्धार है; मैं विश्वास करूंगा और न डरूंगा।”
22. भजन संहिता 112:7
“वह बुरी खबर से न डरेगा; उसका हृदय यहोवा पर दृढ़ रहेगा।”
23. लूका 12:32
“हे छोटे झुण्ड, मत डर; क्योंकि तुम्हारे पिता को अच्छा लगा कि तुम्हें राज्य दे।”
24. निर्गमन 14:13
“डरो मत, ठहरो और यहोवा का उद्धार देखो जो वह आज तुम्हारे लिये करेगा।”
25. यशायाह 41:13
“मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तेरा दाहिना हाथ पकड़ता है और तुझ से कहता है: ‘मत डर, मैं तेरी सहायता करूंगा।’”
आध्यात्मिक संदेश (Spiritual Reflection)
डर एक स्वाभाविक भावना है, लेकिन जब हम ईश्वर पर विश्वास करते हैं, तो वह डर पर विजय पाने की शक्ति देता है। बाइबिल हमें याद दिलाती है कि ईश्वर हमेशा हमारे साथ है — हर कठिनाई, हर तूफान और हर अकेलेपन में।
निष्कर्ष (Conclusion)
डर से लड़ना आसान नहीं होता, लेकिन बाइबिल की इन आयतों के माध्यम से आप सीख सकते हैं कि कैसे विश्वास, प्रार्थना और परमेश्वर की उपस्थिति से डर को हराया जा सकता है। हर बार जब डर आपको घेरे, इन वचनों को पढ़ें और अपने भीतर की शक्ति को महसूस करें।