पिता की भूमिका बाइबल में बहुत अधिक दिखाई गई है | पवित्र शास्त्र बाइबल हमें परमेश्वर पिता के विषय में जानकारी देता और अवगत कराता है | इस Father’s Day में आपके लिए इस लेख में अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है जिसको पढ़ कर आप एक पिता के तौर पर बहुत खास महसूस करेंगे और यदि आप एक बेटे हैं तो आप अपने पिता को यह लेख भेज कर उन्हें ख़ास महसूस करा सकते हैं | इस लेख Bible Verses For Father’s Day में हमने पवित्र शास्त्र बाइबल की कुछ ख़ास आयतों को लिखा है जो पिता के प्रेम के विषय में दर्शाती हैं और पिता की भूमिका और पिता के कार्य समझाती है | प्रार्थना पूर्वक इस लेख को पढ़ें और आशीषित हों |
और हे बच्चे वालों अपने बच्चों को रिस न दिलाओ परन्तु प्रभु की शिक्षा, और चितावनी देते हुए, उन का पालन-पोषण करो॥
इफिसियों 6:4
परमेश्वर का वचन माता पिता को आज्ञा देता है की बिना वजह अपने बच्चों को रीस न दिलाएँ अर्थात उन्हें तंग न करें। ऐसा न हो कि बच्चे क्रोध में कोई गलत कदम उठाएँ।
हे मेरे पुत्र, अपने पिता की शिक्षा पर कान लगा, और अपनी माता की शिक्षा को न तज;
नीतिवचन 1:8
पुत्र या बच्चों को चाहिए की वे हमेशा अपने माता पिता की शिक्षाओं को ध्यान देकर सुनें और सीखें। आखिरकार उन्होंने अपने बच्चों से ज्यादा दुनिया देखि है और जीवन का तजुर्बा बच्चों से कहीं अधिक है। इसीलिए वचन भी कहता है की “तू अपने माता पिता का आदर करना”।
मैं तुम्हारा पिता हूंगा, और तुम मेरे बेटे और बेटियां होगे: यह सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर का वचन है॥
कुरिन्थियों 6:18
यदि किसी को दुख हो क्योंकि उनके पिता सो गए हैं और आज Father’s Day के दिन उनके साथ नहीं हैं तो ये वचन उनके ही लिए है। सांसारिक पिता सो गए या उनसे अलग हैं लेकिन स्वर्गीय पिता कहता है मैं तुम्हारा पिता हूँ इसलिये आनंद मनाओ।
जैसे पिता अपने बालकों पर दया करता है, वैसे ही यहोवा अपने डरवैयों पर दया करता है।
भजन संहिता 103:13
पवित्र शस्त्र कहता है यहोवा का भय मानना बुद्धि का मूल है जिसका अर्थ है यदि हम परमेश्वर का भय मानें तो हमें पाप और बुराई से दूर रहने की समझ मिलती है और पिता परमेश्वर उनपर दया करते हैं जो उनका भय मानते हैं और बुराई से दूर रहते हैं।
लड़के को शिक्षा उसी मार्ग की दे जिस में उस को चलना चाहिये, और वह बुढ़ापे में भी उस से न हटेगा।
नीतिवचन 22:6
अवश्य है की अभिभावक अपने बच्चों को बालपन से ही अच्छी शिक्षा और उत्तम संस्कार दें क्योंकि चरित्र का निर्माण बचपन में ही होता है। जिन बच्चों को बालपन में अच्छी शिक्षा और संस्कार नहीं मिलते उन्हें अक्सर बिगड़ते और गलत मार्ग पर चलते देखा जाता है। इसलिये यदि आप चाहते हैं की आपके अच्छे और औरों के लिए आदर्श बनें तो वैसा ही कीजिए जैसे परमेश्वर यह वचन कहता हैं।
अपने जन्माने वाले की सुनना, और जब तेरी माता बुढिय़ा हो जाए, तब भी उसे तुच्छ न जानना।॥
नीतिवचन 23:22
परमेश्वर का वचन बच्चों को आज्ञा देता है “अपने जन्माने वाले की सुनना” क्योंकि अक्सर देखा गया है कि माता पिता वृद्ध हो जाते हैं तो बच्चों को उनके साथ रहना और उनकी बात सुनना पसंद नहीं आता है और कई बार तो वे अपने माता पिता से अलग हो जाते हैं जोकि वचन के बिल्कुल विरुद्ध है। जब कोई अपने सांसारिक माता का अदर नहीं कर सकता और उनकी नहीं सुन सकता तो वह स्वर्गीय पिता की कैसे सुनेगा और कैसे उस से प्रेम करेगा।
तू मेरे छिपने का स्थान है; तू संकट से मेरी रक्षा करेगा; तू मुझे चारों ओर से छुटकारे के गीतों से घेर लेगा॥
भजन संहिता 32:7
जिस प्रकार एक बच्चा मुसीबत आने पर डर कर अपने पिता के पीछे छुप जाता है उस ही प्रकार इस भजन में दाऊद भी कहता है तू मेरे छुपने का स्थान है। भजन संहिता में दाऊद ने जिन भजनों को लिखा है उनमें पिता पुत्र और भक्त तथा परमेश्वर के बीच में सामंजस्य सहज ही देखने को मिलता है। डर पर जीत पाने के लिए दाऊद ने जो गीत लिखे वो आज भी परमेश्वर पिता के चुने हुये बच्चों को जय देते हैं।
मैं ने तुझे बुद्धि का मार्ग बताया है; और सीधाई के पथ पर चलाया है।
चलने में तुझे रोक टोक न होगी, और चाहे तू दौड़े, तौभी ठोकर न खाएगा॥नीतिवचन 4:11-12
संसार में हर एक पिता अपने बच्चों के लिए सरल मार्ग तैयार करता है ताकि उसके बच्चे उन कठिनाइयों को न झेलें जो पिता ने झेली। इस आयत में एक पिता की चिंता और प्रेम दोनों ही देखने को मिलते हैं। इसी प्रकार हमारा स्वर्गीय पिता भी हमारी चिंता करता है। हमें संभालता है।
और वह माता पिता के मन को उनके पुत्रों की ओर, और पुत्रों के मन को उनके माता-पिता की ओर फेरेगा
मलाकी 4:6
ये भविष्यवाणी यूहन्न के विषय में की गई थी। जिसमें परमेश्वर का वचन बताता है की यूहन्ना जोकि अलियाह नबी के समान होगा वो मसीहा के आने से पहले सब सुधारेगा।
तुम दुख को ताड़ना समझकर सह लो: परमेश्वर तुम्हें पुत्र जान कर तुम्हारे साथ बर्ताव करता है, वह कौन सा पुत्र है, जिस की ताड़ना पिता नहीं करता?
इब्रानियों 12:7
जब एक विश्वासी पर दुख आता है बीमारी या परेशानी आती है तो उसे डरना या घबराना नहीं चाहिए। सब बीमारियों से चंगाई पाने के लिए परमेश्वर का सामर्थी वचन हमारे पास है। फिर जिस प्रकार हम सुख के समय परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं उस ही प्रकार हमें दुख में भी परमेश्वर का धन्यवाद करना चाहिए। ये जान कर की परमेश्वर हमें कुछ सिखाने के लिए इस परीक्षा से गुजरने दे रहे हैं।