Questions

व्यवस्था को समझने के लिए क्या और कैसे पढ़ें?

यदि आप बाइबल की व्यवस्था (Law) को गहराई से समझना चाहते हैं, तो लैव्यव्यवस्था (Leviticus) और व्यवस्थाविवरण (Deuteronomy) सबसे महत्वपूर्ण पुस्तकें हैं। लेकिन इनके अलावा निर्गमन (Exodus) और गिनती (Numbers) भी पढ़ना आवश्यक है। बाइबल की व्यवस्था को समझने के लिए आवश्यक पुस्तकें निर्गमन (Exodus) – व्यवस्था का आरंभ अध्याय…
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बाइबल से अनुग्रह (Grace) और व्यवस्था (Law) से जुड़े महत्वपूर्ण वचन

1. परमेश्वर की व्यवस्था (Law) का उद्देश्य रोमियों 3:20 – “इस कारण व्यवस्था के कामों से कोई प्राणी उसके सामने धर्मी न ठहरेगा, क्योंकि व्यवस्था के द्वारा तो पाप की पहिचान होती है।” गलातियों 3:24 – “इसलिए व्यवस्था मसीह तक पहुँचाने को हमारा शिक्षक बनी, कि हम विश्वास के द्वारा…
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व्यवस्था और अनुग्रह | Law and Grace in The Bible

व्यवस्था और अनुग्रह बाइबल के दो प्रमुख सिद्धांत हैं जो परमेश्वर के चरित्र, न्याय, और प्रेम को प्रकट करते हैं। यह विषय हमें यह समझने में मदद करता है कि मूसा की व्यवस्था क्यों दी गई, अनुग्रह कैसे कार्य करता है, और मसीही जीवन में इन दोनों का क्या स्थान…
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उद्धार और धार्मिकता | Salvation and Righteousness

उद्धार और धार्मिकता का सिद्धांत बाइबल में बहुत महत्वपूर्ण है। उद्धार हमें पाप के बंधन से छुड़ाता है और धार्मिकता हमें परमेश्वर के सामने शुद्ध और स्वीकार्य बनाती है। यह विषय हमें यह समझने में मदद करता है कि हम कैसे परमेश्वर के अनुग्रह से उद्धार प्राप्त कर सकते हैं…
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100 मध्य-स्तरीय बाइबल प्रश्न और उत्तर | बाइबल प्रशिक्षण छात्रों के लिए

1-10: सृष्टि और आदम-हव्वा पहला मनुष्य कौन था?उत्तर: आदम (उत्पत्ति 2:7) पहली स्त्री कौन थी?उत्तर: हव्वा (उत्पत्ति 2:22) परमेश्वर ने संसार को कितने दिनों में बनाया?उत्तर: छह दिनों में (उत्पत्ति 1:31) सातवें दिन परमेश्वर ने क्या किया?उत्तर: विश्राम किया (उत्पत्ति 2:2) आदम और हव्वा ने कौन सा फल खाया जिससे…
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मनुष्य का सिद्धांत (मानवशास्त्र) – Doctrine of Man (Anthropology)

मनुष्य का सिद्धांत, जिसे Anthropology कहा जाता है, बाइबल में मनुष्य की उत्पत्ति, प्रकृति, उद्देश्य और उसके परमेश्वर के साथ संबंध को स्पष्ट करता है। यह विषय महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें यह समझने में मदद करता है कि हम कौन हैं, क्यों बनाए गए, और पाप का हम पर…
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नई वाचा (New Covenant): क्या है?

1. परिचय नई वाचा (New Covenant) वह वाचा है जो परमेश्वर ने यीशु मसीह के माध्यम से स्थापित की। यह पुरानी व्यवस्थागत वाचा (मूसा की वाचा) का स्थान लेती है और विश्वास, अनुग्रह और आत्मिक परिवर्तन पर आधारित है। यह वाचा परमेश्वर और उन सभी लोगों के बीच स्थापित की…
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दाऊद की वाचा (Davidic Covenant): क्या है?

1. परिचय दाऊद की वाचा (Davidic Covenant) वह वाचा है जो परमेश्वर ने राजा दाऊद के साथ की थी। यह वाचा दाऊद के वंश और उसके राज्य की स्थायित्व की प्रतिज्ञा से संबंधित है। यह वाचा मसीही विश्वास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह यीशु मसीह के अनंत राज्य…
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मूसा की वाचा (Mosaic Covenant): क्या है?

मूसा की वाचा, जिसे “सिनाई की वाचा” भी कहा जाता है, वह महत्वपूर्ण वाचा है जो परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ मूसा के माध्यम से सीनै पर्वत पर स्थापित की। यह वाचा इस्राएल को परमेश्वर के चुने हुए राष्ट्र के रूप में स्थापित करती है और उन्हें धार्मिक, नैतिक, और…
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अब्राहम की वाचा (Abrahamic Covenant): क्या है?

अब्राहम की वाचा परमेश्वर और अब्राहम (जिसका मूल नाम अब्राम था) के बीच की गई एक महत्वपूर्ण वाचा है। यह वाचा परमेश्वर की चुनी हुई जाति की स्थापना और उद्धार की योजना में एक आधारभूत भूमिका निभाती है। यह वाचा परमेश्वर के वादों और विश्वासयोग्यता को दर्शाती है, और इसके…
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