यीशु मसीह के द्वारा किये अद्भुद कार्य, चिन्ह और चमत्कार

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काना में यीशु विवाह के समय पानी को दाखमधु में बदल देता है (यूहन्न 2:1-11)

फिर तीसरे दिन गलील के काना में किसी का ब्याह था, और यीशु की माता भी वहां थी। और यीशु और उसके चेले भी उस ब्याह में नेवते गए थे। जब दाखरस घट गया, तो यीशु की माता ने उस से कहा, कि उन के पास दाखरस नहीं रहा। यीशु ने उस से कहा, हे महिला मुझे तुझ से क्या काम? अभी मेरा समय नहीं आया। उस की माता ने सेवकों से कहा, जो कुछ वह तुम से कहे, वही करना। वहां यहूदियों के शुद्ध करने की रीति के अनुसार पत्थर के छ: मटके धरे थे, जिन में दो दो, तीन तीन मन समाता था। यीशु ने उन से कहा, मटकों में पानी भर दो: सो उन्हों ने मुँहामुँह भर दिया। यीशु ने उन से कहा, अब निकालकर भोज के प्रधान के पास ले जाओ। वे ले गए, जब भोज के प्रधान ने वह पानी चखा, जो दाखरस बन गया था, और नहीं जानता था, कि वह कहां से आया हे, ( परन्तु जिन सेवकों ने पानी निकाला था, वे जानते थे) तो भोज के प्रधान ने दूल्हे को बुलाकर, उस से कहा। हर एक मनुष्य पहिले अच्छा दाखरस देता है और जब लोग पीकर छक जाते हैं, तब मध्यम देता है; परन्तु तू ने अच्छा दाखरस अब तक रख छोड़ा है। यीशु ने गलील के काना में अपना यह पहिला चिन्ह दिखाकर अपनी महिमा प्रगट की और उसके चेलों ने उस पर विश्वास किया॥

यीशु गलील में कफरनहूम में एक अधिकारी के बेटे को चंगा करता है
(यूहन्न 4:46-53)

राजा का एक कर्मचारी था जिस का पुत्र कफरनहूम में बीमार था। वह यह सुनकर कि यीशु यहूदिया से गलील में आ गया है, उसके पास गया और उस से बिनती करने लगा कि चलकर मेरे पुत्र को चंगा कर दे: क्योंकि वह मरने पर था। यीशु ने उस से कहा, जब तक तुम चिन्ह और अद्भुत काम न देखोगे तब तक कदापि विश्वास न करोगे। राजा के कर्मचारी ने उस से कहा; हे प्रभु, मेरे बालक की मृत्यु होने से पहिले चल।

 यीशु ने उस से कहा, जा, तेरा पुत्र जीवित है: उस मनुष्य ने यीशु की कही हुई बात की प्रतीति की, और चला गया। वह मार्ग में जा रहा था, कि उसके दास उस से आ मिले और कहने लगे कि तेरा लड़का जीवित है। उस ने उन से पूछा कि किस घड़ी वह अच्छा होने लगा उन्होंने उस से कहा, कल सातवें घण्टे में उसका ज्वर उतर गया। तब पिता जान गया, कि यह उसी घड़ी हुआ जिस घड़ी यीशु ने उस से कहा, तेरा पुत्र जीवित है, और उस ने और उसके सारे घराने ने विश्वास किया। यह दूसरा आश्चर्यकर्म था, जो यीशु ने यहूदिया से गलील में आकर दिखाया॥

कफरनहूम में यीशु ने एक मनुष्य में से दुष्ट आत्मा को निकाला
(मरकुस 1:21-27, लुका 4:31-36)

फिर वह गलील के कफरनहूम नगर में गया, और सब्त के दिन लोगों को उपदेश दे रहा था। वे उस के उपदेश से चकित हो गए क्योंकि उसका वचन अधिकार सहित था। आराधनालय में एक मनुष्य था, जिस में अशुद्ध आत्मा थी। वह ऊंचे शब्द से चिल्ला उठा, हे यीशु नासरी, हमें तुझ से क्या काम? क्या तू हमें नाश करने आया है? मैं तुझे जानता हूं तू कौन है? तू परमेश्वर का पवित्र जन है। यीशु ने उसे डांटकर कहा, चुप रह: और उस में से निकल जा: तब दुष्टात्मा उसे बीच में पटककर बिना हानि पहुंचाए उस में से निकल गई। इस पर सब को अचम्भा हुआ, और वे आपस में बातें करके कहने लगे, यह कैसा वचन है कि वह अधिकार और सामर्थ के साथ अशुद्ध आत्माओं को आज्ञा देता है, और वे निकल जाती हैं।

यीशु ने ज्वर से पीड़ित पतरस की सास को चंगा किया
(मत्ती 8:14-15, मरकुस 1:29-31, लुका 4:38-39)

और यीशु ने पतरस के घर में आकर उस की सास को ज्वर में पड़ी देखा। उस ने उसका हाथ छूआ और उसका ज्वर उतर गया; और वह उठकर उस की सेवा करने लगी।

शाम को यीशु बहुत से बीमारों और पीड़ितों को चंगा करता है
(मत्ती 8:16-17, मरकुस 1:32-34, लुका 4:40-41)

जब संध्या हुई तब वे उसके पास बहुत से लोगों को लाए जिन में दुष्टात्माएं थीं और उस ने उन आत्माओं को अपने वचन से निकाल दिया, और सब बीमारों को चंगा किया। ताकि जो वचन यशायाह भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था वह पूरा हो, कि उस ने आप हमारी दुर्बलताओं को ले लिया और हमारी बीमारियों को उठा लिया॥

गन्नेसरत की झील पर पहली चमत्कारिक मछली पकड़ना
(लुका 5:1-11)

जब भीड़ उस पर गिरी पड़ती थी, और परमेश्वर का वचन सुनती थी, और वह गन्नेसरत की झील के किनारे पर खड़ा था, तो ऐसा हुआ। कि उस ने झील के किनारे दो नावें लगी हुई देखीं, और मछुवे उन पर से उतरकर जाल धो रहे थे। उन नावों में से एक पर जो शमौन की थी, चढ़कर, उस ने उस से बिनती की, कि किनारे से थोड़ा हटा ले चले, तब वह बैठकर लोगों को नाव पर से उपदेश देने लगा। जब वे बातें कर चुका, तो शमौन से कहा, गहिरे में ले चल, और मछिलयां पकड़ने के लिये अपने जाल डालो। शमौन ने उसको उत्तर दिया, कि हे स्वामी, हम ने सारी रात मिहनत की और कुछ न पकड़ा; तौभी तेरे कहने से जाल डालूंगा।

जब उन्होंने ऐसा किया, तो बहुत मछिलयां घेर लाए, और उन के जाल फटने लगे। इस पर उन्होंने अपने साथियों को जो दूसरी नाव पर थे, संकेत किया, कि आकर हमारी सहायता करो: और उन्होंने आकर, दोनो नाव यहां तक भर लीं कि वे डूबने लगीं। यह देखकर शमौन पतरस यीशु के पांवों पर गिरा, और कहा; हे प्रभु, मेरे पास से जा, क्योंकि मैं पापी मनुष्य हूं। क्योंकि इतनी मछिलयों के पकड़े जाने से उसे और उसके साथियों को बहुत अचम्भा हुआ। और वैसे ही जब्दी के पुत्र याकूब और यूहन्ना को भी, जो शमौन के सहभागी थे, अचम्भा हुआ: तब यीशु ने शमौन से कहा, मत डर: अब से तू मनुष्यों को जीवता पकड़ा करेगा। और व नावों को किनारे पर ले आए और सब कुछ छोड़कर उसके पीछे हो लिए॥

यीशु एक मनुष्य को कोढ़ से शुद्ध करता है
(मत्ती 8:1-4, मरकुस 1:40-45, लुका 5:12-14)

एक कोढ़ी ने उसके पास आकर, उस से बिनती की, और उसके साम्हने घुटने टेककर, उस से कहा; यदि तू चाहे तो मुझे शुद्ध कर सकता है। उस ने उस पर तरस खाकर हाथ बढ़ाया, और उसे छूकर कहा; मैं चाहता हूं तू शुद्ध हो जा। और तुरन्त उसका को ढ़ जाता रहा, और वह शुद्ध हो गया।

कफरनहूम में यीशु ने एक सूबेदार के लकवे के मारे हुए सेवक को चंगा किया (मत्ती 8:5-13, लुका 7:2-10)

किसी सूबेदार का एक दास जो उसका प्रिय था, बीमारी से मरने पर था। उस ने यीशु की चर्चा सुनकर यहूदियों के कई पुरनियों को उस से यह बिनती करने को उसके पास भेजा, कि आकर मेरे दास को चंगा कर। वे यीशु के पास आकर उस से बड़ी बिनती करके कहने लगे, कि वह इस योग्य है, कि तू उसके लिये यह करे। क्योंकि वह हमारी जाति से प्रेम रखता है, और उसी ने हमारे आराधनालय को बनाया है। यीशु उन के साथ साथ चला, पर जब वह घर से दूर न था, तो सूबेदार ने उसके पास कई मित्रों के द्वारा कहला भेजा, कि हे प्रभु दुख न उठा, क्योंकि मैं इस योग्य नहीं, कि तू मेरी छत के तले आए। 

इसी कारण मैं ने अपने आप को इस योग्य भी न समझा, कि तेरे पास आऊं, पर वचन ही कह दे तो मेरा सेवक चंगा हो जाएगा। मैं भी पराधीन मनुष्य हूं; और सिपाही मेरे हाथ में हैं, और जब एक को कहता हूं, जा, तो वह जाता है, और दूसरे से कहता हूं कि आ, तो आता है; और अपने किसी दास को कि यह कर, तो वह उसे करता है। यह सुनकर यीशु ने अचम्भा किया, और उस ने मुंह फेरकर उस भीड़ से जो उसके पीछे आ रही थी कहा, मैं तुम से कहता हूं, कि मैं ने इस्राएल में भी ऐसा विश्वास नहीं पाया। और भेजे हुए लोगों ने घर लौटकर, उस दास को चंगा पाया॥

यीशु ने एक लकवे के रोगी को चंगा किया जो छत से नीचे लाया गया था
(मत्ती 9:1-8, मरकुस 2:1-12, लुका 5:17-26 )

और एक दिन ऐसा हुआ कि वह उपदेश दे रहा था, और फरीसी और व्यवस्थापक वहां बैठे हुए थे, जो गलील और यहूदिया के हर एक गांव से, और यरूशलेम से आए थे; और चंगा करने के लिये प्रभु की सामर्थ उसके साथ थी। और देखो कई लोग एक मनुष्य को जो झोले का मारा हुआ था, खाट पर लाए, और वे उसे भीतर ले जाने और यीशु के साम्हने रखने का उपाय ढूंढ़ रहे थे। और जब भीड़ के कारण उसे भीतर न ले जा सके तो उन्होंने कोठे पर चढ़ कर और खप्रैल हटाकर, उसे खाट समेत बीच में यीशु के साम्हने उतरा दिया। उस ने उन का विश्वास देखकर उस से कहा; हे मनुष्य, तेरे पाप क्षमा हुए।

तब शास्त्री और फरीसी विवाद करने लगे, कि यह कौन है, जो परमेश्वर की निन्दा करता है? परमेश्वर का छोड़ कौन पापों की क्षमा कर सकता है? यीशु ने उन के मन की बातें जानकर, उन से कहा कि तुम अपने मनों में क्या विवाद कर रहे हो? सहज क्या है? क्या यह कहना, कि तेरे पाप क्षमा हुए, या यह कहना कि उठ, और चल फिर?  परन्तु इसलिये कि तुम जानो कि मनुष्य के पुत्र को पृथ्वी पर पाप क्षमा करने का भी अधिकार है (उस ने उस झोले के मारे हुए से कहा), मैं तुझ से कहता हूं, उठ और अपनी खाट उठाकर अपने घर चला जा। वह तुरन्त उन के साम्हने उठा, और जिस पर वह पड़ा था उसे उठाकर, परमेश्वर की बड़ाई करता हुआ अपने घर चला गया। तब सब चकित हुए और परमेश्वर की बड़ाई करने लगे, और बहुत डरकर कहने लगे, कि आज हम ने अनोखी बातें देखी हैं॥

यीशु सब्त के दिन मनुष्य के सूखे हाथ को चंगा करता है
(मत्ती 12:9-14, मरकुस 3:1-6, लुका 6:6-11)

और ऐसा हुआ कि किसी और सब्त के दिन को वह आराधनालय में जाकर उपदेश करने लगा; और वहां एक मनुष्य था, जिस का दाहिना हाथ सूखा था। शास्त्री और फरीसी उस पर दोष लगाने का अवसर पाने के लिये उस की ताक में थे, कि देखें कि वह सब्त के दिन चंगा करता है कि नहीं। परन्तु वह उन के विचार जानता था; इसलिये उसने सूखे हाथ वाले मनुष्य से कहा; उठ, बीच में खड़ा हो: वह उठ खड़ा हुआ। यीशु ने उन से कहा; मैं तुम से यह पूछता हूं कि सब्त के दिन क्या उचित है, भला करना या बुरा करना; प्राण को बचाना या नाश करना? और उस ने चारों ओर उन सभों को देखकर उस मनुष्य से कहा; अपना हाथ बढ़ा: उस ने ऐसा ही किया, और उसका हाथ फिर चंगा हो गया। परन्तु वे आपे से बाहर होकर आपस में विवाद करने लगे कि हम यीशु के साथ क्या करें?

नाईन में यीशु एक विधवा के पुत्र को मरे हुओं में से जिलाता है
(लुका 7:11-17)
यीशु समुद्र में आनेवाले तूफ़ान को शांत करता है
(मत्ती 8:23-27, मरकुस 4:35-41, लुका 8:22-25)
यीशु ने दुष्टात्माओं को सूअरों के झुण्ड में डाला
(मत्ती 8:28-33, मरकुस 5:1-20, लुका 8:26-39)
यीशु ने भीड़ में एक स्त्री को लहू बहने के रोग से चंगा किया
(मत्ती 9:20-22, मरकुस 5:25-34, लुका 8:42-48)
यीशु ने याईर की बेटी को फिर से जीवित किया
(मत्ती 9:18, 23-26, मरकुस 5:21-24, 35-43, लुका 8:40-42, 49-56)
यीशु ने दो अंधों को चंगा किया
(मत्ती 9:27-31)
यीशु एक ऐसे मनुष्य को चंगा करता है जो बोल नहीं सकता था
(मत्ती 9:32-34)
बेतहसदा में यीशु एक बीमार को चंगा करता है
(यूहन्न 5:1-15)
यीशु 5,000 से अधिक स्त्रियों और बच्चों को खिलाता है
(मत्ती 14:13-21, मरकुस 6:30-44, लुका9:10-17, यूहन्ना 6:1-15)
यीशु पानी पर चलता है
(मत्ती 14:22-33, मरकुस 6:45-52, यूहन्ना 6:16-21)
यीशु गन्नेसरत में बहुत से बीमारों को चंगा करता है, जब वे उसके वस्त्र को छूते हैं
(मत्ती 14:34-36, मरकुस 6:53-56)
यीशु ने एक अन्यजाति स्त्री की दुष्टात्मा से ग्रस्त बेटी को चंगा किया
(मत्ती 15:21-28, मरकुस 7:24-30)
यीशु बहरे और गूंगे को चंगा करता है (मरकुस 7:31-37)
यीशु 4,000 से अधिक महिलाओं और बच्चों को खिलाता है
(मत्ती 15:32-39, मरकुस 8:1-13)
बैतसैदा में यीशु ने एक अंधे आदमी को चंगा किया
(मरकुस 8:22-26)
यीशु ने एक जन्म के अन्धे को उसकी आंखों में थूक कर चंगा किया
(यूहन्ना 9:1-12)
यीशु ने अशुद्ध आत्मा वाले लड़के को चंगा किया (मत्ती 17:14-20, मरकुस 9:14-29, लुका 9:37-43)
मछली के मुंह में चमत्कारी मंदिर के कर के लिये सिक्का मिलना
(मत्ती 17:24-27)
यीशु एक अंधे, गूंगे को चंगा करता है
(मत्ती 12:22-23 ,लुका11:14-23)
यीशु ने एक स्त्री को चंगा किया जो 18 साल से अपंग थी
(लुका 13:10-17)
यीशु सब्त के दिन जलोदर के रोगी को चंगा करता है
(लुका 14:1-6)
यीशु ने यरूशलेम के मार्ग में दस कोढ़ियों को शुद्ध किया
(लुका 17:11-19)
बैतनिय्याह में यीशु ने लाजर को मरे हुओं में से जिलाया
(यूहन्ना 11:1-45)
यरीहो में यीशु बरतिमाई को दृष्टि देता है (मत्ती 20:29-34, मरकुस 10:46-52, लुका 18:35-43)
बैतनिय्याह से यीशु अंजीर के पेड़ को सड़क के किनारे सुखा देता है
(मत्ती 21:18:22, मरकुस 11:12-14)
यीशु ने एक सेवक के कटे हुए कान को चंगा किया जब वह पकड़ा जा रहा था
(लुका 22:50-51)
तिबरियास सागर में मछलियों की दूसरी चमत्कारिक पकड़
(यूहन्ना 21:4-11)

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