मलाकी की पुस्तक का सर्वेक्षण (Survey of the Book of Malachi)

1️ पुस्तक का परिचय (Introduction)

मलाकी की पुस्तक पुराने नियम की अंतिम भविष्यद्वाणी पुस्तक है। यह इस्राएल के लोगों की आत्मिक स्थिति को उजागर करती है और उन्हें पश्चाताप करने के लिए बुलाती है। यह पुस्तक मसीह के प्रथम और द्वितीय आगमन की ओर भी संकेत करती है।

📌 लेखक:

✅ भविष्यवक्ता मलाकी (मलाकी 1:1)

📌 लिखने का समय:

✅ लगभग 430-420 ईसा पूर्व (एज्रा और नहेम्याह के समय)

📌 ऐतिहासिक संदर्भ:

इस्राएल के लोग बाबुल की बंधुआई से लौटने के बाद आत्मिक रूप से ठंडे पड़ गए थे। उन्होंने परमेश्वर की उपासना को हल्के में लेना शुरू कर दिया और पापपूर्ण जीवन जीने लगे। मलाकी ने लोगों को उनके पापों के प्रति सचेत किया और मसीह के आगमन की आशा दी।


2️ मुख्य विषय (Themes of Malachi)

✅ परमेश्वर का प्रेम और वाचा
✅ बलिदान और उपासना की पवित्रता
✅ पुरोहितों और लोगों की आत्मिक स्थिति
✅ परमेश्वर का न्याय और न्याय का दिन
✅ मसीह का आगमन और परमेश्वर का राज्य


3️ पुस्तक की संरचना (Outline of Malachi)

खंड

विवरण

अध्याय

भाग 1

परमेश्वर का प्रेम और लोगों की अवज्ञा

1:1-5

भाग 2

पुरोहितों की लापरवाही और उपासना की अशुद्धता

1:6-2:9

भाग 3

इस्राएल की बेवफाई और न्याय का दिन

2:10-3:6

भाग 4

दशमांश, धार्मिकता और परमेश्वर का न्याय

3:7-4:6


4️ प्रमुख शिक्षाएँ (Key Lessons in Malachi)

📍 परमेश्वर का प्रेम (1:2-5)इस्राएल ने परमेश्वर के प्रेम पर संदेह किया, लेकिन परमेश्वर ने अपने प्रेम को प्रमाणित किया।
📍 अशुद्ध बलिदानों की निंदा (1:6-14)परमेश्वर के लिए अयोग्य बलिदान चढ़ाना उसकी अवमानना करना है।
📍 पुरोहितों की जिम्मेदारी (2:1-9)आत्मिक अगुवों को ईमानदारी से सेवा करनी चाहिए।
📍 वाचा की पवित्रता (2:10-16)परमेश्वर विवाह को पवित्र मानता है और तलाक को अस्वीकार करता है।
📍 न्याय का दिन (3:1-6)प्रभु अपने लोगों को शुद्ध करने के लिए आएगा।
📍 दशमांश और आशीष (3:7-12)जो परमेश्वर को पूरी निष्ठा से देते हैं, वे आशीष पाते हैं।
📍 धर्मी और दुष्ट का न्याय (3:13-4:6)अंत के दिनों में परमेश्वर धर्मियों को बचाएगा और दुष्टों का न्याय करेगा।


5️ मसीही भविष्यवाणियाँ (Messianic Prophecies in Malachi)

📍 मलाकी 3:1 – “देखो, मैं अपना दूत भेजूंगा, और वह मेरे आगे मार्ग सुधारेगा।” (यहून्ना बपतिस्मा देने वाले की भविष्यवाणी, मत्ती 11:10)
📍 मलाकी 4:2 – “धर्म का सूर्य उदय होगा, और उसके पंखों में चंगा करने की शक्ति होगी।” (मसीह के आने की भविष्यवाणी)
📍 मलाकी 4:5-6 – “देखो, मैं एलिय्याह को भेजूंगा।” (यहून्ना बपतिस्मा देने वाले के रूप में पूरा हुआ, लूका 1:17)


6️ आत्मिक शिक्षाएँ (Spiritual Lessons from Malachi)

✅ परमेश्वर की उपासना हमें पूर्ण निष्ठा से करनी चाहिए।
✅ आत्मिक अगुवों को जिम्मेदारी से सेवा करनी चाहिए।
✅ विवाह परमेश्वर की दृष्टि में पवित्र है।
✅ परमेश्वर का न्याय सुनिश्चित है।
✅ परमेश्वर की आशीष आज्ञाकारिता से मिलती है।


7️ निष्कर्ष (Conclusion)

मलाकी की पुस्तक हमें यह सिखाती है कि परमेश्वर चाहता है कि हम उसे अपने संपूर्ण मन से प्रेम करें और उसकी आज्ञाओं का पालन करें। यह पुस्तक मसीह के आगमन की भविष्यवाणी करती है और हमें न्याय और धार्मिकता का जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है।


🔎 अध्ययन प्रश्न (Study Questions)

1️ मलाकी 3:1 में किसके आने की भविष्यवाणी की गई है?
2️ 
मलाकी की पुस्तक में परमेश्वर ने अपने लोगों की कौन-कौन सी गलतियों को उजागर किया?
3️ 
दशमांश और परमेश्वर की आशीष का क्या संबंध है?
4️ 
मलाकी 4:5-6 का संबंध यीशु मसीह के समय से कैसे है? 

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