Matthew

मत्ती रचित सुसमाचार – अध्याय 28

1 सब्त के दिन के बाद सप्ताह के पहिले दिन पह फटते ही मरियम मगदलीनी और दूसरी मरियम कब्र को देखने आईं।2 और देखो एक बड़ा भुईंडोल हुआ, क्योंकि प्रभु का एक दूत स्वर्ग से उतरा, और पास आकर उसने पत्थर को लुढ़का दिया, और उस पर बैठ गया।3 उसका…
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मत्ती रचित सुसमाचार – अध्याय 27

1 जब भोर हुई, तो सब महायाजकों और लोगों के पुरनियों ने यीशु के मार डालने की सम्मति की।2 और उन्होंने उसे बान्धा और ले जाकर पीलातुस हाकिम के हाथ में सौंप दिया॥3 जब उसके पकड़वाने वाले यहूदा ने देखा कि वह दोषी ठहराया गया है तो वह पछताया और…
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मत्ती रचित सुसमाचार – अध्याय 26

1 जब यीशु ये सब बातें कह चुका, तो अपने चेलों से कहने लगा।2 तुम जानते हो, कि दो दिन के बाद फसह का पर्व्व होगा; और मनुष्य का पुत्र क्रूस पर चढ़ाए जाने के लिये पकड़वाया जाएगा।3 तब महायाजक और प्रजा के पुरिनए काइफा नाम महायाजक के आंगन में…
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मत्ती रचित सुसमाचार – अध्याय 25

1 तब स्वर्ग का राज्य उन दस कुंवारियों के समान होगा जो अपनी मशालें लेकर दूल्हे से भेंट करने को निकलीं।2 उन में पांच मूर्ख और पांच समझदार थीं।3 मूर्खों ने अपनी मशालें तो लीं, परन्तु अपने साथ तेल नहीं लिया।4 परन्तु समझदारों ने अपनी मशालों के साथ अपनी कुप्पियों…
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मत्ती रचित सुसमाचार – अध्याय 24

1 जब यीशु मन्दिर से निकलकर जा रहा था, तो उसके चेले उस को मन्दिर की रचना दिखाने के लिये उस के पास आए।2 उस ने उन से कहा, क्या तुम यह सब नहीं देखते? मैं तुम से सच कहता हूं, यहां पत्थर पर पत्थर भी न छूटेगा, जो ढाया…
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मत्ती रचित सुसमाचार – अध्याय 23

1 तब यीशु ने भीड़ से और अपने चेलों से कहा।2 शास्त्री और फरीसी मूसा की गद्दी पर बैठे हैं।3 इसलिये वे तुम से जो कुछ कहें वह करना, और मानना; परन्तु उन के से काम मत करना; क्योंकि वे कहते तो हैं पर करते नहीं।4 वे एक ऐसे भारी…
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मत्ती रचित सुसमाचार – अध्याय 22

1 इस पर यीशु फिर उन से दृष्टान्तों में कहने लगा।2 स्वर्ग का राज्य उस राजा के समान है, जिस ने अपने पुत्र का ब्याह किया।3 और उस ने अपने दासों को भेजा, कि नेवताहारियों को ब्याह के भोज में बुलाएं; परन्तु उन्होंने आना न चाहा।4 फिर उस ने और…
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मत्ती रचित सुसमाचार – अध्याय 21

1 जब वे यरूशलेम के निकट पहुंचे और जैतून पहाड़ पर बैतफगे के पास आए, तो यीशु ने दो चेलों को यह कहकर भेजा।2 कि अपने साम्हने के गांव में जाओ, वहां पंहुचते ही एक गदही बन्धी हुई, और उसके साथ बच्चा तुम्हें मिलेगा; उन्हें खोलकर, मेरे पास ले आओ।3…
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मत्ती रचित सुसमाचार – अध्याय 20

1 स्वर्ग का राज्य किसी गृहस्थ के समान है, जो सबेरे निकला, कि अपने दाख की बारी में मजदूरों को लगाए।2 और उस ने मजदूरों से एक दीनार रोज पर ठहराकर, उन्हें अपने दाख की बारी में भेजा।3 फिर पहर एक दिन चढ़े, निकल कर, और औरों को बाजार में…
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मत्ती रचित सुसमाचार – अध्याय 19

1 जब यीशु ये बातें कह चुका, तो गलील से चला गया; और यहूदिया के देश में यरदन के पार आया।2 और बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली, और उस ने उन्हें वहां चंगा किया॥3 तब फरीसी उस की परीक्षा करने के लिये पास आकर कहने लगे, क्या हर एक…
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