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यीशु मसीह के चेलों की शहादत | कैसे हुई 12 चेलों मृत्यु?

यीशु मसीह के शिष्य (Disciples of Jesus) उनके करीबी अनुयायी थे, जिन्होंने प्रभु के सुसमाचार (Gospel) को पूरी दुनिया में फैलाने का कार्य किया। उनके जीवन का अंत ज्यादातर शहादत (Martyrdom) के रूप में हुआ। उन्होंने अपने विश्वास के लिए क्रूर यातनाएँ सही और अंततः मृत्यु को गले लगाया। इस…
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शुरुआती मसीहियों का सताव | निर्दयी सम्राट और कलीसिया पर उनके अत्याचार

यीशु मसीह के अनुयायियों ने शुरुआत से ही कड़ी परीक्षा और उत्पीड़न (Persecution) का सामना किया। यह उत्पीड़न मुख्य रूप से यहूदी धार्मिक नेताओं और रोमन सम्राटों द्वारा किया गया था। प्रारंभिक मसीही समुदाय के लिए यह समय अत्यंत कठिन था, क्योंकि उन्हें अपने विश्वास के कारण क्रूर यातनाएँ झेलनी…
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कॉन्सटैंटाइन महान: वह सम्राट जिसने ईसाई धर्म का भविष्य बदला

सम्राट कॉन्सटैंटाइन महान – ईसाई इतिहास में एक युगांतकारी परिवर्तन कॉन्सटैंटाइन महान (Constantine the Great) ईसाई इतिहास के सबसे प्रभावशाली शासकों में से एक थे। उन्होंने न केवल रोमन साम्राज्य पर शासन किया, बल्कि ईसाई धर्म को कानूनी मान्यता देकर पूरे इतिहास की दिशा बदल दी। उनकी नीतियों और कार्यों…
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ईसाई इतिहास के प्रमुख युग और घटनाएँ – कॉन्स्टेंटाइन से सुधार आंदोलन तक

ईसाई इतिहास (Christian History) बहुत ही समृद्ध और प्रेरणादायक है। इसकी शुरुआत यीशु मसीह (Jesus Christ) और उनके प्रेरितों (Apostles) के द्वारा हुई, लेकिन इसके बाद भी सदियों तक यह बदलता और विकसित होता रहा। इस लेख में हम चर्च के इतिहास (Church History) के कुछ महत्वपूर्ण चरणों को समझेंगे—कैसे…
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निर्गमन: मूसा, निर्गमन और व्यवस्था का दिया जाना

1. भूमिका निर्गमन (Exodus) बाइबल की दूसरी पुस्तक है और यह इस्राएलियों की मिस्र से मुक्ति, परमेश्वर के साथ उनकी वाचा, और मूसा द्वारा उन्हें दी गई व्यवस्था का वर्णन करती है। यह पुस्तक दर्शाती है कि कैसे परमेश्वर अपने चुने हुए लोगों को गुलामी से छुड़ाता है, उन्हें अपनी…
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उत्पत्ति: सृष्टि की रचना, कुलपतियों का इतिहास

PLAY VIDEO  Click here 1. भूमिका उत्पत्ति बाइबल की पहली पुस्तक है और पूरे शास्त्र की नींव रखती है। यह पुस्तक सृष्टि, पाप के प्रवेश, और परमेश्वर की छुटकारा योजना की शुरुआत को प्रकट करती है। इसमें दो मुख्य भाग हैं: सृष्टि और प्रारंभिक इतिहास (उत्पत्ति 1-11) – ब्रह्मांड, मानवता…
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 यीशु द्वारा पानी को दाखरस में बदलने का महत्व | Significance of Jesus Turning Water into Wine 

काना में विवाह के समय यीशु द्वारा पानी को दाखरस में बदलने का चमत्कार, जो यूहन्ना 2:1-11 में दर्ज है, प्रतीकात्मक और धार्मिक महत्व से भरपूर है। यह यीशु का पहला सार्वजनिक चमत्कार था, जो उनकी सेवकाई की शुरुआत को दर्शाता है, और यह अपने तात्कालिक संदर्भ में और पुराने…
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यहूदी विवाह प्रणाली को समझना | Understanding the Jewish Wedding System

1. भूमिका: यहूदी विवाह का महत्व यहूदी विवाह केवल एक सामाजिक अनुबंध नहीं, बल्कि एक पवित्र वाचा (Covenant) है। यह विवाह परमेश्वर द्वारा स्थापित एक पवित्र संबंध है, जिसमें पति-पत्नी के बीच प्रेम, निष्ठा और जिम्मेदारियों को महत्वपूर्ण माना जाता है। यहूदी विवाह व्यवस्था पारिवारिक, धार्मिक और सामाजिक मूल्यों पर…
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यहूदी जीवन, संस्कृति और रीति-रिवाजों को समझना | Understanding Jewish Life, Culture, and Rituals

1. भूमिका: यहूदी जीवन का परिचय यहूदी संस्कृति और परंपराएँ बाइबल के संदर्भ को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यहूदी जीवनशैली, धार्मिक रीति-रिवाज, त्योहार, भोजन, और समाजिक संरचना हमें पुराने और नए नियम की घटनाओं को बेहतर समझने में सहायता करते हैं। इस पाठ में, हम यहूदी जीवन के…
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इस्राएलियों के त्योहार: महीने और महत्व | Festivals of the Israelites: Months and Significance

इजराइलियों के उत्सव उनके धर्म पूजा और सामुदायिक जीवन के लिए महत्वपूर्ण थे। ये नियुक्त समय न केवल इस्राएल के इतिहास में महत्वपूर्ण घटनाओं को याद करते थे, बल्कि गहरे धार्मिक अर्थ भी रखते थे, और परमेश्वर की उद्धार की योजना को दर्शाते थे जो यीशु मसीह में पूरी हो गई। इन उत्सवों…
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