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इब्रानी काव्यशैली (Hebrew Poetry) | भजन संहिता को समझने की कुंजी

इब्रानी काव्यशैली (Hebrew Poetry) क्या है? बाइबल में कविता एक अनोखी शैली में लिखी गई है, जिसे “इब्रानी काव्यशैली” कहा जाता है। यह शैली पश्चिमी कविता की तरह तुकबंदी (rhyme) पर आधारित नहीं होती, बल्कि इसमें समांतरता (parallelism), चित्रात्मक भाषा (imagery), और लयबद्ध संरचना का उपयोग किया जाता है। बाइबल…
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एक आदर्श सेवक: गुण, बाइबलीय सिद्धांत और मसीही सेवकाई की विशेषताएँ

प्रस्तावना (Introduction) सेवकाई (Ministry) केवल एक नौकरी नहीं, बल्कि परमेश्वर की बुलाहट (Calling) का एक पवित्र उत्तरदायित्व है। बाइबल हमें बताती है कि परमेश्वर ने अपने लोगों को दूसरों की सेवा करने के लिए बुलाया है। यीशु मसीह ने स्वयं कहा:“क्योंकि मनुष्य का पुत्र इसलिये नहीं आया कि उसकी सेवा…
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कलीसिया का सिद्धांत: प्रकृति, लक्षण

प्रस्तावना (Introduction) कलीसिया (Church) केवल एक इमारत या संगठन नहीं है; यह परमेश्वर के द्वारा बुलाए गए विश्वासियों का एक पवित्र समुदाय है। बाइबल में “कलीसिया” के लिए प्रयुक्त ग्रीक शब्द “एक्लेसिया” (Ekklesia) का अर्थ है “बुलाए हुए लोग”—अर्थात वे लोग जिन्हें परमेश्वर ने संसार से निकालकर अपने उद्देश्य के…
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निर्गमन अध्याय 14 – लाल समुद्र का विभाजन

फिरौन का इस्राएलियों का पीछा करना ¹ यहोवा ने मूसा से कहा, ² “इस्राएलियों से कह कि वे फिर से पीछे मुड़कर पिहहिरोत में, जो मिग्दोल और समुद्र के बीच बआलसפון के सामने है, वहाँ डेरा डालें। ³ फिरौन सोचेगा कि इस्राएली जंगल में भटक गए हैं और वे फँस…
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उत्पत्ति अध्याय 29 – याकूब, राहेल और लेआ

याकूब का हारान पहुँचना ¹ याकूब अपनी यात्रा जारी रखते हुए पूर्वी देश पहुँचा। ² वहाँ उसने एक कुआँ देखा, जिसके चारों ओर भेड़ों के झुंड थे। कुएँ पर एक बड़ा पत्थर रखा था। ³ जब सभी झुंड इकट्ठा हो जाते, तो चरवाहे पत्थर हटाकर पशुओं को पानी पिलाते और…
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उत्पत्ति अध्याय 11 – बाबेल की मीनार और शेम का वंश

बाबेल की मीनार – मानव अभिमान और परमेश्वर का हस्तक्षेप ¹ पूरी पृथ्वी पर सभी लोग एक ही भाषा बोलते थे और उनके शब्द समान थे। ² जब वे पूर्व की ओर यात्रा कर रहे थे, तो उन्हें शिनार नामक मैदान मिला और वे वहीं बस गए। ³ उन्होंने आपस…
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उत्पत्ति अध्याय 5 – आदम से नूह तक की वंशावली

मनुष्य की उत्पत्ति और आशीष ¹ यह उन पीढ़ियों की पुस्तक है जो परमेश्वर ने मनुष्य को उत्पन्न करते समय बनाई। जब परमेश्वर ने मनुष्य को बनाया, तो उसे अपने स्वरूप में बनाया। ² उसने उन्हें नर और नारी के रूप में सृजा, उन्हें आशीष दी और उनका नाम “मनुष्य”…
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व्यवस्था को समझने के लिए क्या और कैसे पढ़ें?

यदि आप बाइबल की व्यवस्था (Law) को गहराई से समझना चाहते हैं, तो लैव्यव्यवस्था (Leviticus) और व्यवस्थाविवरण (Deuteronomy) सबसे महत्वपूर्ण पुस्तकें हैं। लेकिन इनके अलावा निर्गमन (Exodus) और गिनती (Numbers) भी पढ़ना आवश्यक है। बाइबल की व्यवस्था को समझने के लिए आवश्यक पुस्तकें निर्गमन (Exodus) – व्यवस्था का आरंभ अध्याय…
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उद्धार और धार्मिकता | Salvation and Righteousness

उद्धार और धार्मिकता का सिद्धांत बाइबल में बहुत महत्वपूर्ण है। उद्धार हमें पाप के बंधन से छुड़ाता है और धार्मिकता हमें परमेश्वर के सामने शुद्ध और स्वीकार्य बनाती है। यह विषय हमें यह समझने में मदद करता है कि हम कैसे परमेश्वर के अनुग्रह से उद्धार प्राप्त कर सकते हैं…
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मूसा की वाचा (Mosaic Covenant): क्या है?

मूसा की वाचा, जिसे “सिनाई की वाचा” भी कहा जाता है, वह महत्वपूर्ण वाचा है जो परमेश्वर ने इस्राएलियों के साथ मूसा के माध्यम से सीनै पर्वत पर स्थापित की। यह वाचा इस्राएल को परमेश्वर के चुने हुए राष्ट्र के रूप में स्थापित करती है और उन्हें धार्मिक, नैतिक, और…
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