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मरकुस रचित सुसमाचार – अध्याय 9

सुची – मरकुस 1 और उस ने उन से कहा; मैं तुम से सच कहता हूं, कि जो यहां खड़े हैं, उन में से कोई कोई ऐसे हैं, कि जब तक परमेश्वर के राज्य को सामर्थ सहित आता हुआ न देख लें, तब तक मृत्यु का स्वाद कदापि न चखेंगे॥2…
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मरकुस रचित सुसमाचार – अध्याय 8

सुची – मरकुस 1 उन दिनों में, जब फिर बड़ी भीड़ इकट्ठी हुई, और उन के पास कुछ खाने को न था, तो उस ने अपने चेलों को पास बुलाकर उन से कहा।2 मुझे इस भीड़ पर तरस आता है, क्योंकि यह तीन दिन से बराबर मेरे साथ हैं, और…
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मरकुस रचित सुसमाचार – अध्याय 7

सुची – मरकुस 1 तब फरीसी और कई एक शास्त्री जो यरूशलेम से आए थे, उसके पास इकट्ठे हुए।2 और उन्होंने उसके कई एक चेलों को अशुद्ध अर्थात बिना हाथ धोए रोटी खाते देखा।3 क्योंकि फरीसी और सब यहूदी, पुरनियों की रीति पर चलते हैं और जब तक भली भांति…
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मरकुस रचित सुसमाचार – अध्याय 6

सुची – मरकुस 1 वहां से निकलकर वह अपने देश में आया, और उसके चेले उसके पीछे हो लिए।2 सब्त के दिन वह आराधनालय में उपदेश करने लगा; और बहुत लोग सुनकर चकित हुए और कहने लगे, इस को ये बातें कहां से आ गईं? और यह कौन सा ज्ञान…
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मरकुस रचित सुसमाचार – अध्याय 5

सुची – मरकुस 1 और वे झील के पार गिरासेनियों के देश में पहुंचे।2 और जब वह नाव पर से उतरा तो तुरन्त एक मनुष्य जिस में अशुद्ध आत्मा थी कब्रों से निकल कर उसे मिला।3 वह कब्रों में रहा करता था। और कोई उसे सांकलों से भी न बान्ध…
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मरकुस रचित सुसमाचार – अध्याय 4

सुची – मरकुस 1 वह फिर झील के किनारे उपदेश देने लगा: और ऐसी बड़ी भीड़ उसके पास इकट्ठी हो गई, कि वह झील में एक नाव पर चढ़कर बैठ गया और सारी भीड़ भूमि पर झील के किनारे खड़ी रही।2 और वह उन्हें दृष्टान्तों में बहुत सी बातें सिखाने लगो,…
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मरकुस रचित सुसमाचार – अध्याय 3

सुची – मरकुस 1 और वह आराधनालय में फिर गया; और वहां एक मनुष्य था, जिस का हाथ सूख गया था।2 और वे उस पर दोष लगाने के लिये उस की घात में लगे हुए थे, कि देखें, वह सब्त के दिन में उसे चंगा करता है कि नहीं।3 उस…
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मरकुस रचित सुसमाचार – अध्याय 2

सुची – मरकुस 1 कई दिन के बाद वह फिर कफरनहूम में आया और सुना गया, कि वह घर में है।2 फिर इतने लोग इकट्ठे हुए, कि द्वार के पास भी जगह नहीं मिली; और वह उन्हें वचन सुना रहा था।3 और लोग एक झोले के मारे हुए को चार…
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मलाकी – अध्याय 1

सूची 1 मलाकी के द्वारा इस्राएल के विषय में कहा हुआ यहोवा का भारी वचन॥2 यहोवा यह कहता है, मैं ने तुम से प्रेम किया है, परन्तु तुम पूछते हो, तू ने किस बात में हम से प्रेम किया है? यहोवा की यह वाणी है, क्या ऐसाव याकूब का भाई…
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मलाकी – अध्याय 4

सूची 1 क्योंकि देखो, वह धधकते भट्ठे का सा दिन आता है, जब सब अभिमानी और सब दुराचारी लोग अनाज की खूंटी बन जाएंगे; और उस आने वाले दिन में वे ऐसे भस्म हो जाएंगे कि उनका पता तक न रहेगा, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है।2 परन्तु तुम्हारे…
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