एक आदर्श सेवक: गुण, बाइबलीय सिद्धांत और मसीही सेवकाई की विशेषताएँ

प्रस्तावना (Introduction) सेवकाई (Ministry) केवल एक नौकरी नहीं, बल्कि परमेश्वर की बुलाहट (Calling) का एक पवित्र उत्तरदायित्व है। बाइबल हमें बताती है कि परमेश्वर ने अपने लोगों को दूसरों की सेवा करने के लिए बुलाया है। यीशु मसीह ने स्वयं कहा:“क्योंकि मनुष्य का पुत्र इसलिये नहीं आया कि उसकी सेवा…
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कलीसिया का सिद्धांत: प्रकृति, लक्षण

प्रस्तावना (Introduction) कलीसिया (Church) केवल एक इमारत या संगठन नहीं है; यह परमेश्वर के द्वारा बुलाए गए विश्वासियों का एक पवित्र समुदाय है। बाइबल में “कलीसिया” के लिए प्रयुक्त ग्रीक शब्द “एक्लेसिया” (Ekklesia) का अर्थ है “बुलाए हुए लोग”—अर्थात वे लोग जिन्हें परमेश्वर ने संसार से निकालकर अपने उद्देश्य के…
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गिनती की पुस्तक: जंगल में परमेश्वर की योजना और विश्वास की परीक्षा

1. परिचय गिनती (Numbers) बाइबल की चौथी पुस्तक है और यह इस्राएलियों की मिस्र से निकलने के बाद की यात्रा को दर्शाती है। यह पुस्तक 1440-1400 ईसा पूर्व लिखी गई थी और इसे मूसा ने लिखा। इसमें परमेश्वर के लोगों की गिनती, उनके जंगल में सफर, परमेश्वर की आशीषें, उनके…
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निर्गमन अध्याय 14 – लाल समुद्र का विभाजन

फिरौन का इस्राएलियों का पीछा करना ¹ यहोवा ने मूसा से कहा, ² “इस्राएलियों से कह कि वे फिर से पीछे मुड़कर पिहहिरोत में, जो मिग्दोल और समुद्र के बीच बआलसפון के सामने है, वहाँ डेरा डालें। ³ फिरौन सोचेगा कि इस्राएली जंगल में भटक गए हैं और वे फँस…
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उत्पत्ति अध्याय 30 – याकूब के पुत्र और उसकी समृद्धि

राहेल की संतान न होने का दुःख ¹ जब राहेल ने देखा कि वह याकूब के लिए संतान नहीं उत्पन्न कर पा रही है, तो वह अपनी बहन से ईर्ष्या करने लगी। उसने याकूब से कहा, “मुझे संतान दे, नहीं तो मैं मर जाऊँगी!” ² याकूब को क्रोध आया और…
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उत्पत्ति अध्याय 29 – याकूब, राहेल और लेआ

याकूब का हारान पहुँचना ¹ याकूब अपनी यात्रा जारी रखते हुए पूर्वी देश पहुँचा। ² वहाँ उसने एक कुआँ देखा, जिसके चारों ओर भेड़ों के झुंड थे। कुएँ पर एक बड़ा पत्थर रखा था। ³ जब सभी झुंड इकट्ठा हो जाते, तो चरवाहे पत्थर हटाकर पशुओं को पानी पिलाते और…
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उत्पत्ति अध्याय 28 – याकूब का भागना और परमेश्वर की प्रतिज्ञा

इसहाक का याकूब को आशीर्वाद और आज्ञा ¹ तब इसहाक ने याकूब को बुलाया, उसे आशीर्वाद दिया और कहा, “तू किसी कनानी स्त्री से विवाह न कर। ² उठ और पदन-अराम चला जा, जहाँ तेरी माता के पिता बथूएल का घर है, और वहाँ अपने मामा लाबान की बेटियों में…
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उत्पत्ति अध्याय 27 – याकूब का इसहाक से आशीर्वाद प्राप्त करना

इसहाक का वृद्ध होना और आशीर्वाद की तैयारी ¹ जब इसहाक वृद्ध हो गया और उसकी आँखें धुंधली हो गईं, तो उसने अपने बड़े पुत्र एसाव को बुलाया और कहा, “बेटा!” एसाव ने उत्तर दिया, “हाँ, पिता!”² इसहाक ने कहा, “मैं अब बूढ़ा हो गया हूँ और मुझे नहीं पता…
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उत्पत्ति अध्याय 26 – इसहाक की परीक्षा और परमेश्वर की आशीष

इसहाक पर अकाल की परीक्षा ¹ उस देश में एक बार फिर अकाल पड़ा, जो अब्राहम के समय पड़ा था। इसलिए इसहाक गरार में पलिश्ती राजा अबीमेलेक के पास गया। ² तब यहोवा ने उसे दर्शन देकर कहा, “मिस्र मत जाना, बल्कि उसी देश में रह जहाँ मैं तुझे बताऊँगा।…
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उत्पत्ति अध्याय 25 – अब्राहम की मृत्यु और इसहाक व इस्माएल के वंशज

अब्राहम का पुनर्विवाह और संताने ¹ अब्राहम ने केतूरा नामक स्त्री से पुनर्विवाह किया। ² केतूरा से उसे जिन संतानों की प्राप्ति हुई, वे थे – ज़िम्रान, योक्शान, मेदान, मिद्यान, यिशबाक और शूअह। ³ योक्शान के पुत्र थे – शबा और ददान। ददान के वंशज अश्शूरी, लेतुशी और लेउम्मी थे।…
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