एक आदर्श सेवक: गुण, बाइबलीय सिद्धांत और मसीही सेवकाई की विशेषताएँ

प्रस्तावना (Introduction) सेवकाई (Ministry) केवल एक नौकरी नहीं, बल्कि परमेश्वर की बुलाहट (Calling) का एक पवित्र उत्तरदायित्व है। बाइबल हमें बताती है कि परमेश्वर ने अपने लोगों को दूसरों की सेवा करने के लिए बुलाया है। यीशु मसीह ने स्वयं कहा:“क्योंकि मनुष्य का पुत्र इसलिये नहीं आया कि उसकी सेवा…
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कलीसिया का सिद्धांत: प्रकृति, लक्षण

प्रस्तावना (Introduction) कलीसिया (Church) केवल एक इमारत या संगठन नहीं है; यह परमेश्वर के द्वारा बुलाए गए विश्वासियों का एक पवित्र समुदाय है। बाइबल में “कलीसिया” के लिए प्रयुक्त ग्रीक शब्द “एक्लेसिया” (Ekklesia) का अर्थ है “बुलाए हुए लोग”—अर्थात वे लोग जिन्हें परमेश्वर ने संसार से निकालकर अपने उद्देश्य के…
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गिनती की पुस्तक का सर्वेक्षण (Survey of the Book of Numbers)

1. परिचय (Introduction) नाम और अर्थ: हिब्रानी नाम “बेमिदबार” (בְּמִדְבַּר) जिसका अर्थ है “मरुभूमि में”। ग्रीक नाम Arithmoi से अंग्रेजी नाम Numbers आया, जिसका अर्थ है “गिनती”। लेखक: मूसा (गिनती 33:2; गिनती 36:13)। समय और स्थान: लगभग 1445–1405 ई.पू.। घटनाएँ मिस्र से निकलने के बाद सीनै से मोआब की तराई…
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व्यवस्था को समझने के लिए क्या और कैसे पढ़ें?

यदि आप बाइबल की व्यवस्था (Law) को गहराई से समझना चाहते हैं, तो लैव्यव्यवस्था (Leviticus) और व्यवस्थाविवरण (Deuteronomy) सबसे महत्वपूर्ण पुस्तकें हैं। लेकिन इनके अलावा निर्गमन (Exodus) और गिनती (Numbers) भी पढ़ना आवश्यक है। बाइबल की व्यवस्था को समझने के लिए आवश्यक पुस्तकें निर्गमन (Exodus) – व्यवस्था का आरंभ अध्याय…
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बाइबल से अनुग्रह (Grace) और व्यवस्था (Law) से जुड़े महत्वपूर्ण वचन

1. परमेश्वर की व्यवस्था (Law) का उद्देश्य रोमियों 3:20 – “इस कारण व्यवस्था के कामों से कोई प्राणी उसके सामने धर्मी न ठहरेगा, क्योंकि व्यवस्था के द्वारा तो पाप की पहिचान होती है।” गलातियों 3:24 – “इसलिए व्यवस्था मसीह तक पहुँचाने को हमारा शिक्षक बनी, कि हम विश्वास के द्वारा…
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यहोशू की पुस्तक का सर्वेक्षण (Survey of the Book of Joshua)

लेखक और लेखन का समय यहोशू की पुस्तक का लेखक स्पष्ट रूप से निर्दिष्ट नहीं है, परंतु परंपरागत रूप से माना जाता है कि इसे यहोशू (नून का पुत्र) ने लिखा — वही व्यक्ति जिसे मूसा का उत्तराधिकारी बनाया गया था।यह पुस्तक लगभग ई.पू. 1400–1370 के बीच लिखी गई मानी जाती है, जब इस्राएल प्रतिज्ञा की हुई भूमि (Canaan) में…
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मिस्र की दस विपत्तियाँ और संबंधित मिस्री देवता

1. भूमिका मिस्र की दस विपत्तियाँ (10 Plagues of Egypt) बाइबल में निर्गमन 7-12 में वर्णित हैं। ये विपत्तियाँ परमेश्वर ने मिस्र पर भेजीं ताकि फिरौन इस्राएलियों को गुलामी से मुक्त कर दे। ये केवल दंड नहीं थे, बल्कि मिस्र के झूठे देवताओं पर परमेश्वर की सर्वोच्चता को साबित करने…
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निर्गमन: मूसा, निर्गमन और व्यवस्था का दिया जाना

1. भूमिका निर्गमन (Exodus) बाइबल की दूसरी पुस्तक है और यह इस्राएलियों की मिस्र से मुक्ति, परमेश्वर के साथ उनकी वाचा, और मूसा द्वारा उन्हें दी गई व्यवस्था का वर्णन करती है। यह पुस्तक दर्शाती है कि कैसे परमेश्वर अपने चुने हुए लोगों को गुलामी से छुड़ाता है, उन्हें अपनी…
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व्यवस्था और अनुग्रह | Law and Grace in The Bible

व्यवस्था और अनुग्रह बाइबल के दो प्रमुख सिद्धांत हैं जो परमेश्वर के चरित्र, न्याय, और प्रेम को प्रकट करते हैं। यह विषय हमें यह समझने में मदद करता है कि मूसा की व्यवस्था क्यों दी गई, अनुग्रह कैसे कार्य करता है, और मसीही जीवन में इन दोनों का क्या स्थान…
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उद्धार और धार्मिकता | Salvation and Righteousness

उद्धार और धार्मिकता का सिद्धांत बाइबल में बहुत महत्वपूर्ण है। उद्धार हमें पाप के बंधन से छुड़ाता है और धार्मिकता हमें परमेश्वर के सामने शुद्ध और स्वीकार्य बनाती है। यह विषय हमें यह समझने में मदद करता है कि हम कैसे परमेश्वर के अनुग्रह से उद्धार प्राप्त कर सकते हैं…
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