✦ परिचय (5 मिनट)
- श्रोताओं से प्रश्न पूछें:
- “क्या आपने कभी रात को नींद खोई है चिन्ता के कारण?”
- “क्या कभी भविष्य का डर आपके मन को पंगु कर देता है?”
- वास्तविक जीवन का उदाहरण:
- कई लोग डर और चिन्ता के कारण शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार हो जाते हैं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, चिन्ता (Anxiety) और अवसाद (Depression) विश्व की सबसे बड़ी मानसिक बीमारियों में से एक है।
- बाइबल का दृष्टिकोण:
- परमेश्वर ने हमें डर के लिए नहीं, परन्तु शांति और सामर्थ्य में जीने के लिए बुलाया है।
- 2 तीमुथियुस 1:7 – “क्योंकि परमेश्वर ने हमें भय की नहीं, पर सामर्थ, प्रेम और संयम की आत्मा दी है।”
👉 ट्रांज़िशन: आज हम देखेंगे कि कैसे हम भय और चिन्ता पर विजय पा सकते हैं, बाइबल की सच्चाइयों के आधार पर।
✦ मुख्य भाग (15 मिनट)
बिंदु 1: भय पर विजय – क्योंकि परमेश्वर हमारे साथ है
- यशायाह 41:10 – “मत डर क्योंकि मैं तेरे संग हूँ; इधर-उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूँ; मैं तुझे दृढ़ करूँगा और तेरी सहायता करूँगा; अपने धर्ममय दाहिने हाथ से मैं तुझे सम्हाले रहूँगा।”
- illustration: छोटे बच्चे को अंधेरे से डर लगता है, पर जब पिता का हाथ पकड़े होता है, तो निडर हो जाता है।
- सच्चाई: जब हम परमेश्वर का हाथ पकड़ते हैं, तो हमें डरने की आवश्यकता नहीं।
बिंदु 2: चिन्ता पर विजय – अपनी चिन्ताएँ प्रभु पर डालो
- 1 पतरस 5:7 – “अपनी सारी चिन्ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान है।”
- चिन्ता का हल – प्रार्थना में सबकुछ सौंपना।
- फिलिप्पियों 4:6-7 – “किसी भी बात की चिन्ता मत करो, पर हर एक बात में प्रार्थना और विनती के द्वारा धन्यवाद के साथ अपनी बिनतियाँ परमेश्वर के सम्मुख प्रस्तुत करो। तब परमेश्वर की शान्ति… तुम्हारे हृदय और तुम्हारे विचारों को मसीह यीशु में सुरक्षित रखेगी।”
बिंदु 3: भविष्य का भय – परन्तु मसीह में आशा है
- दुनिया अनिश्चित है: नौकरी, बीमारी, संबंध, मृत्यु।
- यूहन्ना 14:27 – “मैं तुम्हें शान्ति दिए जाता हूँ; अपनी शान्ति तुम्हें देता हूँ; जैसे संसार देता है, मैं तुम्हें नहीं देता। तुम्हारा मन व्याकुल न हो और न डरे।”
- उदाहरण: शिष्य तूफान में डरे हुए थे (मरकुस 4:39), पर यीशु ने कहा, “चुप! थम जा।” और आँधी रुक गई।
- सच्चाई: जब यीशु नाव में हैं, तो तूफान हमें डुबा नहीं सकता।
बिंदु 4: परमेश्वर का प्रेम डर को बाहर कर देता है
- 1 यूहन्ना 4:18 – “प्रेम में भय नहीं होता, वरन् सिद्ध प्रेम भय को निकाल देता है।”
- जब हम परमेश्वर के प्रेम में जड़ पकड़ते हैं, तब भय का स्थान नहीं रहता।
- Illustration: जैसे रोशनी आने पर अंधकार भाग जाता है।
✦ अनुप्रयोग (5 मिनट)
- अपनी भय और चिन्ताएँ पहचानें – क्या है जो आपको रात को जागृत रखता है?
- उन्हें प्रार्थना में प्रभु के चरणों पर रखें – हर समस्या को बोझ न बनाएँ, बल्कि यीशु को सौंपें।
- परमेश्वर के वचन का मनन करें – रोज़ डर और चिन्ता से लड़ने के लिए एक बाइबल पद याद करें।
- समुदाय में रहो – संगति (fellowship) से विश्वास बढ़ता है और डर घटता है।
✦ समापन (5 मिनट)
- दोहराएँ:
- परमेश्वर हमारे साथ है → डरने की आवश्यकता नहीं।
- अपनी चिन्ताएँ प्रभु पर डालो → चिन्ता में शान्ति मिलेगी।
- भविष्य अनिश्चित है → परन्तु मसीह शान्ति देता है।
- परमेश्वर का प्रेम → भय को बाहर करता है।
- प्रेरक वाक्य:
“डर को नहीं, प्रभु को गले लगाओ। चिन्ता को नहीं, प्रार्थना को अपनाओ।” - प्रार्थना:
“हे प्रभु, आज मैं अपने डर और चिन्ताएँ तेरे हाथों में सौंपता हूँ। तेरी शान्ति मेरे मन और विचारों को भर दे। यीशु के नाम में। आमीन।”