राजा क्षयर्ष (Xerxes) कौन था?
राजा क्षयर्ष, जिसे बाइबल में अहासूएरू (Ahasuerus) के नाम से भी जाना जाता है, पर्शियन साम्राज्य का महान शासक था। वह लगभग 486-465 ई.पू. तक शासन करता रहा और एस्तेर की पुस्तक में उसकी प्रमुख भूमिका है।
इतिहास में राजा क्षयर्ष:
- वह पर्शिया (Persia) के राजा दारा प्रथम (Darius I) का पुत्र था।
- उसने यूनानी राज्यों के विरुद्ध प्रसिद्ध युद्ध लड़ा, जिसमें उसे थर्मोपाइले (Thermopylae) की लड़ाई में सफलता मिली लेकिन सालामिस (Salamis) की लड़ाई में हार का सामना करना पड़ा।
- वह एक विशाल और शक्तिशाली साम्राज्य का शासक था, जिसकी राजधानी शूशन (Susa) थी।
एस्तेर की पुस्तक में राजा क्षयर्ष का चरित्र
बाइबल में राजा क्षयर्ष को एक शक्तिशाली लेकिन भावनात्मक रूप से अस्थिर शासक के रूप में दिखाया गया है। उसके कई निर्णय उसकी तत्काल भावनाओं और सलाहकारों के प्रभाव में लिए गए थे।
1. विलासिता और वैभवप्रियता
राजा क्षयर्ष अत्यधिक वैभव और विलासिता में जीवन व्यतीत करता था।
- एस्तेर 1:3-4 – उसने अपने राज्य के महान अधिकारियों और प्रधानों के लिए 180 दिनों तक चलने वाला एक बड़ा भोज आयोजित किया।
- इसके बाद 7 दिनों का एक विशेष भोज दिया गया, जिसमें उसने अपने वैभव और संपत्ति का प्रदर्शन किया।
2. अस्थिर निर्णय लेने वाला शासक
राजा क्षयर्ष के निर्णय भावनाओं और परिस्थितियों के अनुसार बदलते रहते थे।
- रानी वश्ती (Vashti) को त्यागना: जब रानी वश्ती ने दरबार में आने से इनकार किया, तो राजा ने क्रोधित होकर उसे रानी के पद से हटा दिया (एस्तेर 1:10-22)।
- हामान को अधिकृत करना: उसने अपने प्रधान मंत्री हामान को यहूदियों के विरुद्ध क्रूर आदेश जारी करने की अनुमति दे दी (एस्तेर 3:8-11)।
- एस्तेर की याचिका पर निर्णय बदलना: जब एस्तेर ने हामान की साजिश को उजागर किया, तो राजा ने हामान को मृत्युदंड दिया और यहूदियों की रक्षा का आदेश जारी किया (एस्तेर 7:9-10, 8:8)।
3. प्रभावशाली लोगों के नियंत्रण में रहना
राजा क्षयर्ष अपनी रानी और मंत्रियों के प्रभाव में रहता था।
- हामान के प्रभाव में आकर यहूदियों के विरुद्ध आदेश जारी किया।
- एस्तेर और मोर्दकै (Mordecai) के प्रभाव में आकर अपने निर्णयों को बदला।
4. न्यायप्रियता और सुधारात्मक निर्णय
हालांकि राजा क्षयर्ष ने गलत निर्णय लिए, लेकिन उसने बाद में सुधारात्मक कदम भी उठाए।
- जब एस्तेर ने यहूदियों के विनाश की योजना उजागर की, तो उसने हामान को दंड दिया और मोर्दकै को उच्च पद दिया।
- यहूदियों को आत्मरक्षा की अनुमति दी, जिससे वे अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर सके (एस्तेर 8:11-13)।
निष्कर्ष
राजा क्षयर्ष एक शक्तिशाली लेकिन अस्थिर निर्णय लेने वाला राजा था। वह विलासिता में लिप्त था, लेकिन जब उसने सत्य को पहचाना, तो सही निर्णय भी लिया। बाइबल के अनुसार, वह बाहरी प्रभावों से प्रभावित होता था, लेकिन अंततः परमेश्वर की योजना पूरी करने में एक माध्यम बना।