जकर्याह की पुस्तक का सर्वेक्षण (Survey of the Book of Zechariah)

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1️ पुस्तक का परिचय (Introduction)

जकर्याह की पुस्तक में बाबुल की बंधुआई से लौटे यहूदियों को परमेश्वर के कार्य को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित किया गया है। यह पुस्तक भविष्यद्वाणी और दृष्टान्तों से भरी हुई है, जिसमें मसीह के प्रथम और द्वितीय आगमन की झलक मिलती है।

📌 लेखक:

✅ भविष्यवक्ता जकर्याह (जकर्याह 1:1)

📌 लिखने का समय:

✅ 520-480 ईसा पूर्व (हाग्गै के समकालीन)

📌 ऐतिहासिक संदर्भ:

यह पुस्तक उस समय लिखी गई जब यहूदी लोग बाबुल की बंधुआई से लौटकर यरूशलेम में मंदिर का पुनर्निर्माण कर रहे थे। हाग्गै की तरह, जकर्याह ने भी लोगों को प्रोत्साहित किया कि वे परमेश्वर की योजना को प्राथमिकता दें और भविष्य की आशा में जिएँ।


2️ मुख्य विषय (Themes of Zechariah)

✅ परमेश्वर अपने लोगों को पुनर्स्थापित करता है।
✅ मसीह का आगमन और उसका राज्य।
✅ सत्य और धार्मिकता का महत्व।
✅ परमेश्वर अपने वचनों को पूरा करता है।


3️ पुस्तक की संरचना (Outline of Zechariah)

खंड

विवरण

अध्याय

भाग 1

आठ भविष्यदर्शी दृष्टांत

1-6

भाग 2

उपवास और भविष्य की आशीषें

7-8

भाग 3

मसीह और भविष्य का यरूशलेम

9-14


4️ प्रमुख दृष्टांत और उनकी व्याख्या (Key Visions and Their Meanings)

📍 लाल घोड़ों वाला व्यक्ति (1:7-17) – परमेश्वर इस्राएल के शत्रुओं का न्याय करेगा।
📍 चार सींग और चार कारीगर (1:18-21) – परमेश्वर इस्राएल को उसके शत्रुओं से बचाएगा।
📍 जोशुआ और गंदे वस्त्र (3:1-10) – परमेश्वर अपने लोगों को शुद्ध करेगा।
📍 सुनहरा दीपक और दो जैतून के वृक्ष (4:1-14) – आत्मा के द्वारा कार्य करना।
📍 उड़ने वाली पुस्तक (Scroll) (5:1-4) – पाप का न्याय किया जाएगा।
📍 एफा में बैठी स्त्री (5:5-11) – दुष्टता को हटा दिया जाएगा।
📍 चार रथ (6:1-8) – परमेश्वर का वैश्विक न्याय।


5️ प्रमुख मसीही भविष्यवाणियाँ (Messianic Prophecies in Zechariah)

📍 जकर्याह 9:9 – “देख, तेरा राजा तेरे पास आता है, वह धर्मी और उद्धार करने वाला है, वह दीन है, और गदहे पर बैठा है।” (मत्ती 21:5 में पूरा हुआ)
📍 जकर्याह 11:12-13मसीह को 30 चाँदी के सिक्कों में बेचा जाएगा। (मत्ती 26:15)
📍 जकर्याह 12:10 – “वे उस पर दृष्टि करेंगे जिसे उन्होंने बेधा है।” (यूहन्ना 19:37)
📍 जकर्याह 13:7 – “चरवाहे को मारो, और भेड़ें तितर-बितर हो जाएँगी।” (मत्ती 26:31)


6️ आत्मिक शिक्षाएँ (Spiritual Lessons from Zechariah)

✅ परमेश्वर अपने वचनों को पूरा करता है।
✅ मसीह के राज्य की योजना निश्चित है।
✅ सत्य और धार्मिकता का पालन आवश्यक है।
✅ परमेश्वर अपने लोगों की रक्षा करता है।


7️ निष्कर्ष (Conclusion)

जकर्याह की पुस्तक हमें परमेश्वर की अद्भुत योजना और मसीह की महिमा की झलक दिखाती है। यह हमें सिखाती है कि हमें परमेश्वर की योजना पर भरोसा रखना चाहिए और उसकी धार्मिकता में जीवन व्यतीत करना चाहिए।


🔎 अध्ययन प्रश्न (Study Questions)

1️ जकर्याह 9:9 में मसीह के बारे में क्या भविष्यवाणी की गई है?
2️ 
जकर्याह के कौन-कौन से दृष्टांत मसीह के राज्य की ओर संकेत करते हैं?
3️ 
परमेश्वर अपने लोगों को कैसे पुनर्स्थापित करता है?
4️
 हमें जकर्याह से क्या आत्मिक शिक्षाएँ मिलती हैं?

 

 

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