परिचय बाइबल एक दिव्य पुस्तक है जो समस्त मानव जाति को जीवन, मार्गदर्शन और उद्धार का संदेश देती है। इसमें ईश्वर की योजना, प्रेम और सत्य का उद्घाटन होता है। इस लेख में हम जानेंगे कि पवित्र आत्मा कौन हैं और वे हमारे जीवन में क्या भूमिका निभाते हैं, बाइबल वचनों के साथ विस्तारपूर्वक।
पवित्र आत्मा कौन हैं?
पवित्र आत्मा त्रित्व के तीसरे व्यक्ति हैं — पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा। वह परमेश्वर के समान ही अनंत, सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञानी और सर्वव्यापक हैं। वे केवल शक्ति नहीं बल्कि एक जीवित व्यक्ति हैं, जो विश्वासियों के जीवन में कार्य करते हैं।
यूहन्ना 14:16-17 — “…वह तुम्हें एक और सहायक देगा, कि वह सदा तुम्हारे साथ रहे… वह सत्य का आत्मा है।”
पवित्र आत्मा का कार्य:
1. सत्य का मार्गदर्शन
यूहन्ना 16:13 — “जब वह अर्थात सत्य का आत्मा आएगा, तो तुम्हें सब सत्य का मार्ग बताएगा।”
पवित्र आत्मा हमें झूठ और भ्रम से बचाकर परमेश्वर के सत्य में चलने की शक्ति देता है।
2. प्रार्थना में सहायता
रोमियों 8:26 — “…हम नहीं जानते कि जैसे चाहिए वैसे प्रार्थना कैसे करें; परन्तु आत्मा आप ही ऐसी आहें भर-भर कर जो शब्दों में नहीं आतीं, हमारे लिये बिनती करता है।”
वह हमारी दुर्बलता में हमारी सहायता करता है और हमें परमेश्वर के सामने प्रस्तुत करता है।
3. बुद्धि और ज्ञान का दान
1 कुरिन्थियों 2:10-12 — “परमेश्वर ने इन बातों को हमारे ऊपर प्रगट किया है, क्योंकि आत्मा सब बातें, वरन् परमेश्वर की गूढ़ बातें भी जांचता है।”
पवित्र आत्मा हमें आत्मिक समझ और विवेक प्रदान करता है।
4. पवित्रता और परिवर्तन
गलातियों 5:22-23 — “पर आत्मा का फल है प्रेम, आनन्द, शान्ति, धीरज, कृपा, भलाई, विश्वास, नम्रता, संयम…”
पवित्र आत्मा हमारे चरित्र को मसीह के समान बनाता है।
5. शक्ति प्रदान करना
प्रेरितों के काम 1:8 — “परन्तु जब पवित्र आत्मा तुम पर आएगा, तब तुम सामर्थ पाओगे।”
यह आत्मा सेवकाई, गवाही और आत्मिक युद्ध के लिए शक्ति देती है।
पवित्र आत्मा को कैसे प्राप्त करें?
- पश्चाताप और विश्वास — यीशु मसीह में विश्वास करने पर आत्मा हमें दी जाती है।
- प्रार्थना — ईमानदारी से आत्मा की माँग करें। (लूका 11:13)
- आज्ञाकारिता और समर्पण — पवित्र जीवन जीने का निश्चय करें।
प्रेरितों के काम 2:38 — “…पश्चाताप करो… तब तुम पवित्र आत्मा का दान पाओगे।”
पवित्र आत्मा और यीशु मसीह में अंतर
- यीशु मसीह — देहधारी परमेश्वर, जगत का उद्धारकर्ता।
- पवित्र आत्मा — वह जो मसीह की सेवकाई को हमारे जीवन में सक्रिय करता है।
यीशु मसीह ने वादा किया कि वह हमें पवित्र आत्मा भेजेंगे जो हमारे साथ और हमारे अंदर रहेगा। (यूहन्ना 14:26)
निष्कर्ष
पवित्र आत्मा केवल एक शक्ति नहीं, बल्कि परमेश्वर का जीवित और कार्यशील स्वरूप हैं। वे हमें सच्चाई में मार्गदर्शन करते हैं, प्रार्थना में सहायता करते हैं, आत्मिक फल उत्पन्न करते हैं, और सेवकाई के लिए शक्ति प्रदान करते हैं। प्रत्येक मसीही विश्वासी को चाहिए कि वह आत्मा के मार्गदर्शन में चले, निरंतर प्रार्थना करे और आत्मा के फल में बढ़ता जाए।
2 कुरिन्थियों 3:17 — “जहां प्रभु का आत्मा है, वहां स्वतंत्रता है।”
आपका अगला कदम:
- क्या आपने पवित्र आत्मा को अपने जीवन में अनुभव किया है?
- क्या आप आत्मा से परिपूर्ण होकर जीना चाहते हैं?
आज ही यीशु पर विश्वास करें, पश्चाताप करें, और पवित्र आत्मा के मार्गदर्शन में एक नया जीवन शुरू करें।