Bible Study

निर्गमन की पुस्तक – बाइबल अध्ययन, मुख्य विषय और आध्यात्मिक शिक्षाएँ

📖 निर्गमन की पुस्तक – परिचय निर्गमन (Exodus) बाइबल की दूसरी पुस्तक है, जिसमें परमेश्वर द्वारा इस्राएलियों को मिस्र की दासता से छुड़ाने, उन्हें व्यवस्था देने और उपासना प्रणाली स्थापित करने की कहानी है। यह पुस्तक परमेश्वर की सामर्थ्य, छुटकारे और उसकी उपस्थिति का स्पष्ट प्रमाण है। ✨ निर्गमन से…
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सैटनोलॉजी (Satanology) – बाइबल में शैतान का अध्ययन | Satan in the Bible Explained

1. परिचय “सैटनोलॉजी” शब्द का अर्थ है — बाइबल में वर्णित शैतान (Satan), उसके स्वभाव, कार्यों, उत्पत्ति और अंतिम परिणाम का अध्ययन।बाइबल हमें शैतान के बारे में अंधविश्वास या पौराणिक कहानियों पर नहीं, बल्कि परमेश्वर द्वारा प्रकट सत्य पर आधारित जानकारी देती है (2 कुरिन्थियों 2:11)।उद्देश्य – विश्वासी को शैतान…
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होमिलेटिक्स (Homiletics) – बाइबिलीय प्रचार कला का अध्ययन

1️⃣ प्रस्तावना: होमिलेटिक्स क्या है? होमिलेटिक्स मसीही धर्मशास्त्र की वह शाखा है जो बाइबल के संदेश को प्रभावी और विश्वासयोग्य ढंग से प्रचार करने की कला और विज्ञान सिखाती है।शब्द Homiletics यूनानी शब्द “homilia” से आया है, जिसका अर्थ है “संवाद” या “उपदेश”।मूल रूप से इसका लक्ष्य यह है कि…
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एस्केटोलॉजी (Eschatology) – अंतकालविज्ञान: एक बाइबिल आधारित अध्ययन

परिभाषा: एस्केटोलॉजी (Eschatology) यूनानी शब्द “eschatos” से बना है, जिसका अर्थ है “अंतिम” या “अंतकाल”, और “logos” का अर्थ है “अध्ययन”। इस प्रकार, एस्केटोलॉजी का अर्थ है – “अंतकाल की घटनाओं का अध्ययन”। यह बाइबल की वह शाखा है जो मसीह की दूसरी आगमन, मृतकों के पुनरुत्थान, न्याय के दिन,…
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एपोलॉजेटिक्स (Christian Apologetics) – विश्वास की रक्षा

“एपोलॉजेटिक्स” एक ग्रीक शब्द “ἀπολογία (apologia)” से आया है, जिसका अर्थ है “बचाव करना” या “उत्तर देना”। मसीही विश्वास में यह शब्द विशेष रूप से प्रयोग होता है जब कोई विश्वासी अपने विश्वास की तार्किक, बौद्धिक, और आत्मिक रक्षा करता है। 👉 मुख्य शास्त्र वचन: “परन्तु मसीह को अपने अपने…
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दुष्टात्मा विज्ञान (Demonology) क्या है? आत्मिक युद्ध, शैतान और बाइबल की दृष्टि से विश्लेषण

Demonology – Day 1 Demonology – Day 2 Demonology – Day 3 Demonology – Day 4 दुष्टात्मा विज्ञान (Demonology) systematic theology की वह शाखा है जो विशेष रूप से दुष्ट आत्माओं, शैतान और आत्मिक युद्ध के बारे में अध्ययन करती है। यह विषय पवित्र शास्त्र में दुष्टात्माओं की उत्पत्ति, स्वभाव,…
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संत ऑगस्टीन और ईश्वरविज्ञान – एक गहन अध्ययन

संत ऑगस्टीन कौन थे? संत ऑगस्टीन (Saint Augustine) चौथी और पाँचवीं सदी के एक महान मसीही विचारक, धर्मशास्त्री और बिशप थे। उनका जन्म 354 AD में उत्तरी अफ्रीका के थागस्ते (अब अल्जीरिया) में हुआ था। उन्होंने मसीही धर्म को गहराई से समझा और समझाया, और पश्चिमी ईसाई धर्मशास्त्र की नींव…
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ईश्वरविज्ञान – बाइबल आधारित गहन अध्ययन | Theology Proper – Paterology

Theology Proper, systematic theology की वह शाखा है जो विशेष रूप से परमेश्वर के स्वरूप, अस्तित्व, गुण, और कार्य पर ध्यान केंद्रित करती है। यह विषय हमें परमेश्वर को उसकी बाइबिलीय पहचान में गहराई से जानने में मदद करता है। ईश्वरविज्ञान न केवल बौद्धिक अध्ययन है, बल्कि एक आत्मिक खोज…
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बाइबल अध्ययन की प्रमुख शाखाएँ | Doctrinal Bible Study Topics

1.  थियोलॉजी (Theology) – ईश्वरविज्ञान परिभाषा:यह परमेश्वर की प्रकृति, गुणों और उसके कार्यों का गहन अध्ययन है। मुख्य विषय: परमेश्वर सर्वशक्तिमान, सर्वज्ञ और सर्वव्यापी है परमेश्वर प्रेमी, दयालु, परंतु न्यायी और पवित्र भी है त्रिएकता का सिद्धांत: पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा एक ही परमेश्वर हैं उदाहरण:उत्पत्ति 1:1 – “आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि…
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यशायाह की पुस्तक का सारांश – न्याय, आशा और मसीहा की भविष्यवाणी | All Chapters 1 to 66

बाइबल की भविष्यवाणी पुस्तक ‘यशायाह’ का सम्पूर्ण हिंदी सारांश PDF – अभी डाउनलोड करें! इस PDF में आपको मिलेगा यशायाह के 66 अध्यायों का अध्याय-दर-अध्याय सरल और स्पष्ट व्याख्या, जो नए और पुराने सभी विश्वासियों के लिए अनमोल है। Download ✅ आप इस PDF में क्या पाएंगे? ✔ हर अध्याय…
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