लेंट (Lent) क्या है?
लेंट (Lent) ईसाई धर्म का एक महत्वपूर्ण आत्मिक और धार्मिक पर्व है, जो ईस्टर (Easter) से 40 दिन पहले शुरू होता है। यह एक ऐसा समय होता है जब ईसाई विश्वासी प्रार्थना, उपवास और आत्मनिरीक्षण के माध्यम से यीशु मसीह के बलिदान को याद करते हैं।
लेंट का मुख्य उद्देश्य:
- आत्मिक शुद्धि और पश्चाताप
- यीशु मसीह के क्रूस पर चढ़ाए जाने और पुनरुत्थान की तैयारी
- प्रार्थना, उपवास और सेवा के माध्यम से आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनना
लेंट की अवधि और तिथियाँ
लेंट ऐश वेडनसडे (Ash Wednesday) से शुरू होकर गुड फ्राइडे (Good Friday) तक चलता है और कुल 40 दिन का होता है (रविवारों को छोड़कर)। यह तिथियाँ हर साल बदलती रहती हैं क्योंकि ईस्टर की तारीख भी बदलती है।
लेंट 2025 की तिथियाँ:
- आरंभ: 5 मार्च 2025 (ऐश वेडनसडे)
- समाप्ति: 19 अप्रैल 2025 (गुड फ्राइडे)
- ईस्टर संडे: 20 अप्रैल 2025
लेंट का बाइबल आधारित महत्व
लेंट का आधार बाइबल में यीशु मसीह के 40 दिनों के उपवास (मत्ती 4:1-11) से लिया गया है। जब यीशु ने अपनी सेवकाई शुरू करने से पहले 40 दिन जंगल में उपवास किया था, तो उन्होंने आत्मिक शक्ति प्राप्त की और शैतान के प्रलोभनों का सामना किया। इसी तरह, ईसाई विश्वास रखते हैं कि लेंट के दौरान आत्म-संयम और उपवास के द्वारा वे आत्मिक रूप से मजबूत बन सकते हैं।
बाइबल से संबंधित संदर्भ:
- मत्ती 4:2 – “और वह चालीस दिन और चालीस रात तक उपवास करता रहा, और उसके बाद उसे भूख लगी।”
- यशायाह 58:6 – “क्या वह उपवास जो मैं चाहता हूँ, यह नहीं कि अन्याय के बंधनों को खोलें, जुए के बन्धनों को तोड़ें, और उत्पीड़ितों को स्वतंत्र करें?”
लेंट के दौरान पालन किए जाने वाले नियम
- उपवास और संयम:
- आमतौर पर मांसाहार से बचा जाता है।
- कुछ संप्रदाय डेयरी उत्पाद और अन्य खाद्य पदार्थों से भी परहेज करते हैं।
- शुक्रवार के दिन विशेष रूप से मांसाहार से बचने की परंपरा है।
- प्रार्थना और आत्मनिरीक्षण:
- रोज़ाना प्रार्थना और बाइबल अध्ययन को महत्व दिया जाता है।
- यीशु के बलिदान पर चिंतन किया जाता है।
- पश्चाताप और सेवा:
- पापों का अंगीकार और परमेश्वर से क्षमा माँगी जाती है।
- गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता की जाती है।
कैथोलिक और प्रोटेस्टेंट चर्च में लेंट का पालन
- कैथोलिक चर्च: उपवास, प्रार्थना, और दान को प्रमुख रूप से अपनाया जाता है। ऐश वेडनसडे पर माथे पर राख लगाई जाती है।
- प्रोटेस्टेंट चर्च: आत्मनिरीक्षण और प्रार्थना पर अधिक ध्यान दिया जाता है, लेकिन उपवास की सख्ती थोड़ी कम होती है।
निष्कर्ष
लेंट (Lent) ईसाई धर्म में एक महत्वपूर्ण आत्मिक यात्रा है जो हमें प्रार्थना, उपवास और सेवा के माध्यम से परमेश्वर के और निकट लाती है। यह हमें यीशु मसीह के बलिदान को याद करने और अपने जीवन को आध्यात्मिक रूप से शुद्ध करने का अवसर देता है।
यदि आप लेंट का पालन करना चाहते हैं, तो यह समय आत्मनिरीक्षण, परमेश्वर के प्रति समर्पण और प्रेम के कार्यों में वृद्धि करने का है।