Bible Study

2 इतिहास की पुस्तक का सर्वेक्षण (Survey of 2 Chronicles)

1️ पुस्तक का परिचय 2 इतिहास की पुस्तक मुख्य रूप से यहूदा के राजाओं के इतिहास को प्रस्तुत करती है। इसमें सुलेमान के स्वर्णिम युग से लेकर यहूदा के पतन और बाबुली बंधुआई तक की घटनाएँ सम्मिलित हैं। यह पुस्तक यहूदी राष्ट्र को स्मरण कराती है कि परमेश्वर का अनुग्रह और…
Read More

2 राजा की पुस्तक का सर्वेक्षण (Survey of 2 Kings)

1️ पुस्तक का परिचय 2 राजा की पुस्तक 1 राजा की निरंतरता है और इसमें इस्राएल व यहूदा के राजाओं के इतिहास को दर्शाया गया है। यह पुस्तक हमें दिखाती है कि कैसे परमेश्वर ने बार-बार अपने लोगों को चेताया, लेकिन उन्होंने मूर्तिपूजा और पापों से मन फिराने से इनकार कर…
Read More

1 राजा की पुस्तक का सर्वेक्षण (Survey of 1 Kings)

1️ पुस्तक का परिचय 1 राजा की पुस्तक इस्राएल और यहूदा के राजाओं के इतिहास को दर्शाती है, जो सुलेमान के राज्य से शुरू होकर यहूदा और इस्राएल के विभाजन तक जाती है। यह पुस्तक स्पष्ट रूप से दर्शाती है कि जब इस्राएल परमेश्वर की आज्ञा मानता था, तब उसे आशीष…
Read More

1 शमूएल की पुस्तक का सर्वेक्षण (Survey of 1 Samuel)

1️ पुस्तक का परिचय 1 शमूएल की पुस्तक न्यायियों के युग की समाप्ति और इस्राएल के पहले राजा की स्थापना का वृत्तांत है। यह परमेश्वर के भविष्यद्वक्ता शमूएल, राजा शाऊल, और दाऊद के अभिषेक की कहानी बताती है। लेखक: परंपरागत रूप से शमूएल, नातान और गाद भविष्यद्वक्ताओं को इस पुस्तक के…
Read More

न्यायियों की पुस्तक का सर्वेक्षण (Survey of the Book of Judges)

1️ पुस्तक का परिचय न्यायियों की पुस्तक पुराने नियम की सातवीं पुस्तक है और यह इस्राएलियों के कनान में बसने के बाद की अवधि को दर्शाती है। यह इस्राएल के उत्थान और पतन का चक्र दिखाती है, जिसमें वे बार-बार परमेश्वर से दूर जाते हैं, संकट में पड़ते हैं, फिर परमेश्वर…
Read More

व्यवस्थाविवरण का सर्वेक्षण (Survey of Deuteronomy)

1️ पुस्तक का परिचय व्यवस्थाविवरण बाइबल के पहले पाँच ग्रंथों (तोरा या पेंटाट्यूक) की अंतिम पुस्तक है। इसका अर्थ है “दूसरी व्यवस्था” (Second Law), क्योंकि इसमें मूसा ने इस्राएलियों के लिए परमेश्वर की दी गई व्यवस्था को दोहराया और समझाया। यह पुस्तक तब लिखी गई जब इस्राएली लोग वाचा के देश…
Read More

गिनती की पुस्तक का सर्वेक्षण (Survey of the Book of Numbers)

1. परिचय (Introduction) नाम और अर्थ: हिब्रानी नाम “बेमिदबार” (בְּמִדְבַּר) जिसका अर्थ है “मरुभूमि में”। ग्रीक नाम Arithmoi से अंग्रेजी नाम Numbers आया, जिसका अर्थ है “गिनती”। लेखक: मूसा (गिनती 33:2; गिनती 36:13)। समय और स्थान: लगभग 1445–1405 ई.पू.। घटनाएँ मिस्र से निकलने के बाद सीनै से मोआब की तराई…
Read More

व्यवस्था को समझने के लिए क्या और कैसे पढ़ें?

यदि आप बाइबल की व्यवस्था (Law) को गहराई से समझना चाहते हैं, तो लैव्यव्यवस्था (Leviticus) और व्यवस्थाविवरण (Deuteronomy) सबसे महत्वपूर्ण पुस्तकें हैं। लेकिन इनके अलावा निर्गमन (Exodus) और गिनती (Numbers) भी पढ़ना आवश्यक है। बाइबल की व्यवस्था को समझने के लिए आवश्यक पुस्तकें निर्गमन (Exodus) – व्यवस्था का आरंभ अध्याय…
Read More

यहोशू की पुस्तक का सर्वेक्षण (Survey of the Book of Joshua)

लेखक और लेखन का समय यहोशू की पुस्तक का लेखक स्पष्ट रूप से निर्दिष्ट नहीं है, परंतु परंपरागत रूप से माना जाता है कि इसे यहोशू (नून का पुत्र) ने लिखा — वही व्यक्ति जिसे मूसा का उत्तराधिकारी बनाया गया था।यह पुस्तक लगभग ई.पू. 1400–1370 के बीच लिखी गई मानी जाती है, जब इस्राएल प्रतिज्ञा की हुई भूमि (Canaan) में…
Read More

मिस्र की दस विपत्तियाँ और संबंधित मिस्री देवता

1. भूमिका मिस्र की दस विपत्तियाँ (10 Plagues of Egypt) बाइबल में निर्गमन 7-12 में वर्णित हैं। ये विपत्तियाँ परमेश्वर ने मिस्र पर भेजीं ताकि फिरौन इस्राएलियों को गुलामी से मुक्त कर दे। ये केवल दंड नहीं थे, बल्कि मिस्र के झूठे देवताओं पर परमेश्वर की सर्वोच्चता को साबित करने…
Read More