Detailed Survey of the Book of 2 Samuel

English हिन्दी 1. Introduction Title and Authorship: The book of 2 Samuel is named after the prophet Samuel, who played a key role in the events of 1 Samuel. While Samuel is considered a major figure, the authorship of 2 Samuel is traditionally attributed to multiple sources, including the prophets…
Read More

2 शमूएल की पुस्तक से मुख्य बिंदु: दाऊद की कहानी, परमेश्वर की वाचा और महत्वपूर्ण शिक्षाएँ

1. दाऊद का राज्याभिषेक और विजय दाऊद का राजा बनना : दाऊद को यहूदा का राजा अभिषिक्त किया जाता है (2 शमूएल 2) और बाद में पूरे इस्राएल का राजा (2 शमूएल 5)। यरूशलेम को राजधानी बनाना : दाऊद यरूशलेम को जीतता है और इसे इस्राएल का राजनीतिक और धार्मिक…
Read More

यशायाह – 1 | ऑनलाइन हिन्दी बाइबल

सुची – लूका 1 आमोस के पुत्र यशायाह का दर्शन, जिस को उसने यहूदा और यरूशलेम के विषय में उज्जियाह, योताम, आहाज, और हिजकिय्याह नाम यहूदा के राजाओं के दिनों में पाया। परमेश्वर का अपने लोगों को फटकारना 2 हे स्वर्ग सुन, और हे पृथ्वी कान लगा; क्योंकि यहोवा कहता…
Read More

भजन सहिता का संक्षिप्त विश्लेषण

भजन संहिता जोकि बाइबल की सबसे लंबी पुस्तक है जिसमें 150 अध्याय हैँ। इसका नाम एक यूनानी शब्द से आता है जिसका अर्थ है वाद्य यंत्रों के साथ गया जाने वाले भजन या आराधना गीत। इस पुस्तक में विभिन्न लेखकों द्वारा लिखे गये भजन हैँ। भजन संहिता को मुख्य तौर…
Read More

मैं तो येशु के रंग में रंगा हूँ || Main to Yeshu ke Rang Mein Ranga Hu – Lyrics

हिन्दी English मैं तो येशु के रंग में रंगा हूँ – 2 कोई और न रंग अब चढ़ेगा – 2 मैं धुला हूँ जो उसके लहू से उसके प्रेम से मैं जो बंधा हूँ – 2 कोई न अब अलग कर सकेगा – 2 मैं तो येशु के रंग में…
Read More

यीशु मसीह की क्यों क्रूस पर अपनी जान देनी पड़ी || Why did Messiah have to Die

इस लेख में why did jesus have to die on the cross विस्तार से आपको सूचीबद्ध तरीके से समझाया गया है की यीशु मसीह को क्यों मरना पड़ा या क्यों अपनी जान देनी पड़ी। मुझे आशा है ये लेख पढ़कर आप यीशु मसीह के द्वारा किए गए इस उद्धार के कार्य…
Read More

पुराने नियम की बलि व्यवस्था को समझें

पुराने नियम में पाँच मुख्य प्रकार के बलिदान हैं। होमबलि (लैव्यव्यवस्था 1; 6:8-13; 8:18-21; 16:24), अन्नबलि (लैव्यव्यवस्था 2; 6:14-23), मेलबलि (लैव्यव्यवस्था 3; 7:11-34) ), पाप बलि (लैव्यव्यवस्था 4; 5:1-13; 6:24-30; 8:14-17; 16:3-22), और दोषबलि (लैव्यव्यवस्था 5:14-19; 6:1- 7; 7:1-6)। इनमें से प्रत्येक बलिदान में कुछ या तो जानवर या खेत की उपज…
Read More

लूका रचित सुसमाचार – अध्याय 1

सुची – लूका परिचय1 बहुतों ने उन बातों को जो हमारे बीच में होती हैं इतिहास लिखने में हाथ लगाया है। 2 जैसा कि उन्होंने जो पहिले ही से इन बातों के देखने वाले और वचन के सेवक थे हम तक पहुंचाया। 3 इसलिये हे श्रीमान थियुफिलुस मुझे भी यह उचित मालूम हुआ कि उन…
Read More

लूका रचित सुसमाचार – अध्याय 2

सुची – लूका 1 उन दिनों में औगूस्तुस कैसर की ओर से आज्ञा निकली, कि सारे जगत के लोगों के नाम लिखे जाएं।2 यह पहिली नाम लिखाई उस समय हुई, जब क्विरिनियुस सूरिया का हाकिम था।3 और सब लोग नाम लिखवाने के लिये अपने अपने नगर को गए।4 सो यूसुफ…
Read More

Stay Updated with NewLetter SignUp

अपना ईमेल भरें ताकि नये पोस्ट आप तक सबसे पहले पहुचें
Support Us: GPay; PayTM; PhonePe; 9592485467
Stay Updated with NewLetter SignUp