मत्ती रचित सुसमाचार – अध्याय 7
1 “दोष मत लगाओ, कि तुम पर भी दोष न लगाया जाए।2 क्योंकि जिस प्रकार तुम दोष लगाते हो, उसी प्रकार तुम पर भी दोष लगाया जाएगा; और जिस नाप से तुम नापते हो, उसी से तुम्हारे लिये भी नापा जाएगा।3 “तू क्यों अपने भाई की आँख के तिनके को…