पढ़ें – मत्ती रचित सुसमाचार – अध्याय 1 सूची पर वापस जायें यीशु मसीह के द्वारा किये अद्भुद कार्य, चिन्ह और चमत्कार 25 बाइबल आयत यीशु मसीह के दूसरे आगमन पर
बाइबिल में परमेश्वर के कई गुण प्रकट होते हैं, जो उनके स्वभाव और उनके लोगों पर उनके प्रभाव को दर्शाते हैं। यहाँ इन दिव्य गुणों की एक व्यापक सूची, बाइबिल संदर्भों और उनके प्रभावों के साथ दी गई है। https://youtu.be/keTk73fLWMA सर्वशक्तिमान (Omnipotence) यिर्मयाह 32:17 – “हाय, प्रभु यहोवा! तूने अपनी…
प्रार्थना एक शक्तिशाली अभ्यास है जो हमें अपने निर्माता के साथ संवाद करने, मार्गदर्शन प्राप्त करने, सांत्वना पाने और हमारे विश्वास को गहरा करने का अवसर देती है है। प्रार्थना के क्षेत्र में, बाइबल के आयतों का अत्यधिक महत्व है क्योंकि वे ज्ञान, प्रोत्साहन और विश्राम के शब्दों की पहचान…
हिन्दी English दिल से, आराधना करू मैं इस ज़ूबा से, नाम तेरा ही लून मैं पुर दिल से, आराधना करू मैं इस ज़ूबा से, नाम तेरा ही लून मैं करता हू तेरा शुक्रिया मैं प्रभु करता हू तेरा शुक्रिया मैं – (4) तेरे फ़ज़ल में, तेरी दया में लिपटा मैं…
पवित्र आत्मा के बारे में कई गलत धारणायें प्रचलित हैं। कुछ लोग पवित्र आत्मा को एक रहस्यात्मक शक्ति समझते हैं। अन्य पवित्र आत्मा को व्यक्तित्वहीन शक्ति के रूप में देखते हैं जिसे परमेश्वर मसीह यीशु के अनुयायियों को देते है। पवित्र आत्मा की पहचान के बारे में बाइबल क्या कहती…
बाइबल के बहुत से लेखकों ने इस पर चिन्तन किया कि वर्तमान संसार का अन्त कैसे होगा तथा परमेश्वर किस प्रकार सम्पूर्ण सृष्टि पर अपना नियन्त्रण स्थापित करेंगे। यहूदियों के लेखों में ये विश्वास यीशु के समय से पूर्व ही महत्त्वपूर्ण हो गए थे। दानिय्येल की पुस्तक का लेखक बताता…
कनान की भूमि वह भूमि थी, जिसे परमेश्वर ने अब्राहम के वंशजों को देने की प्रतिज्ञा की थी (उत्पत्ति 12:7)। कनानी लोगों को बाइबल में एक बड़े और क्रूर लोगों के रूप में वर्णित किया गया है, जो आसानी से पराजित नहीं होते हैं, इसलिए इस्राएलियों को उनके विरूद्ध आने,…
हिन्दी English धन्य धन्य येशु नाम स्तुति के योग्य येशु नामहर एक ज़ुबान ये गायेगी येशु पवित्र है येशु पवित्र है (3)मेरा येशु पवित्र हैहाल्लेलूया आमेन (4) मेरे पापों को धो दिया परमेश्वर का निर्दोष मेमना हर एक ज़ुबान ये गायेगी येशु पवित्र है स्वर्ग दूत और सारी सृष्टि पुकारते…
लेखक और लेखन की तिथि पारंपरिक रूप से निर्गमन की पुस्तक को मूसा द्वारा लिखा गया माना जाता है, जिन्होंने इसे लगभग 1445-1405 ई.पू. में इस्राएलियों की जंगल यात्रा के दौरान लिखा था। जैसे उत्पत्ति की तिथि विवादित है, वैसे ही निर्गमन की भी है, लेकिन यहूदी और ईसाई परंपराएँ…
प्यासा हिरन जैसे ढूंढे है जल को,ऐसे प्रभु मैं तुझे ढूंढ रहा,ऐसे यीशु मैं तुझको खोज रहा,प्यासा हिरन जैसे ढूंढे है जल को तू ही मेरे मन की अभिलाषा,तेरी पूजा निस दिन करता रहु मैं, प्यासा हिरन जैसे ढूंढे है जल को,ऐसे प्रभु मैं तुझे ढूंढ रहा,ऐसे यीशु मैं तुझको खोज रहा,प्यासा हिरन जैसे…